कलाकारों को गोविन्द गुरू जनजातीय विश्वविद्यालय के लोगो निर्माण हेतु आमंत्रण

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Published on : 24 Mar, 17 10:03

बांसवाड़ा / गोविन्द गुरू जनजातीय विश्वविद्यालय, बांसवाड़ा के लोगो अर्थात प्रतीक चिन्ह निर्माण के लिए कलाकारों को आमंत्रण देकर अपना-अपना प्रतीक चिन्ह बनाने एवं 31 मार्च तक गोविन्द गुरू जनजातीय विश्वविद्यालय बांसवाड़ा में पहुंचाने का सुअवसर प्रदान किया है।
गोविन्द गुरू जनजातीय विश्वविद्यालय के लोगो निर्माण समिति के प्रभारी सर्वजीत दूबे ने बताया कि विश्वविद्यालय ज्ञान के प्यासे जनों की आशाओं व आकांक्षाओं का प्रतीक होता है, प्रतीक चिन्ह के निर्माण में आमजनों की सहभागिता बहुत महत्त्वपूर्ण होती है। इस क्षेत्र के कलाप्रिय लोगों ने इस प्रतीक चिन्ह निर्माण के अवसर को अपने सपनें के प्रतीक चिन्ह को उकेरने का एक महान अवसर बताया और जताया है।
दूबे ने कलाकारों से कहा है कि बांसवाड़ा, डूंगरपुर एवं प्रतापगढ़ के परिक्षेत्र में इस विश्वविद्यालय का अधिकार क्षेत्र फैला है, अतः आंचलिक गौरव व गरिमा को जो चिन्ह प्रदर्शित करता हो और प्रेरणा देने वाले मूल्यों व आदर्शों को चिन्हित करते हों, उन्हें अपने लोगो में प्रतिबिम्बित करें।
उन्होंने बताया कि उदाहरण के तौर पर मानगढ़ धाम स्तम्भ हमारी संघर्षशीलता का प्रतीक है, बांस हमारी प्रकृति प्रेम का परिचायक है तो माही हमारे सरसता और समृद्धि का, पुस्तक हमारे ज्ञान का प्यास को बताता है तो विविधता में एकता हमारे उत्सवप्रियता को दर्शाता है। उन्होंने बताया कि कई विशिष्टताएं हैं इस क्षेत्र में जिनके प्रतीक में चिन्हित होकर हमें उस गौरव व गरिमा को अक्षुण्ण रखने की याद दिलाते रहेंगे।
लोगो निर्माण समिति प्रभारी दूबे ने सभी कलाप्रिय जनों को अपना स्क्रेच पेंसिल डिजाइन या कम्प्युटर ग्र्राफिक्स या अन्य माध्यम से निर्धारित समयावधि में तर्क सहित प्रस्तुत करने का अनुरोध किया है ताकि उन प्रतीक चिन्हों को निर्धारित समिति के माध्यम से बीओएम मीटिंग में चयन के लिए रखा जा सके।
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