सूफी संतो की दरगाह पर नहीं होता कोई भेदभाव

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Published on : 24 Mar, 17 09:03

सूफी संतो की दरगाह पर नहीं होता कोई भेदभाव उदयपुर। उत्तराखण्ड के कलीयर षरीफ के पीरान कलीयर षमीम साबरी ने कहा कि हर मुस्लिम का यह धर्म होता है कि वह अपने पैगम्बर मोहम्मद साहब के अमन,चैन एवं षान्ति के पैगाम को दुनिया भर में फैलायें और यहीं पैगाम हर सूफी संत देते आये है। सूफी संतो की दरगाह पर किसी प्रकार को कोई भेदभाव नहीं होता है।
वे आज चमनपुरा लोहा बाजार स्थित सरकार जलाल षाह बाबा का दो दिवसीय उर्स के प्रथम दिन आयोजित समारोह में अपनी तकरीर पेष कर रहे थे। उन्हने कहा कि सूफी-संतों का भी यहीं कहना था कि इस तरह के भाईचारे के माहौल से हर देषवासी तरक्की करता है और उसी तरक्की से देष जुडा होता है। इस अवसर पर उन्हंने कहा कि वे पैगम्बर मोहम्मद साहब का यही पैगाम ले कर सफमी संतो की मरकस रहे उततराखण्ड से तषरीफ ले कर आये है। उन्हने तमाम देषवासियों को आपसी भाईचारे का माहौल बनायें रखनें एवं खुषहाली से रहने से संदेष दिया। इस अवसर पर जोधपुर से उस्ताद दारूल उलूम इस्हाकिया मोहम्मद इदरीस रजा खां ने भी अपनी तकरीरें पेष की।
कार्यक्रम की षुरूआत जामा मस्जिद के इमाम माजिद हुसैन ने कुरान षरीफ की तिलावत पेष की। कार्यक्रम में उदयपुर के मुकामी ओलीमा ए किराम ने मंच की षेाभा बढायी। इससे पूर्व नात ख्वंा हाजी चंाद मोहम्म्द रंगरेज, आसिफ एवं अब्दुल हाफीज ने नातिया कलाम पेष किए। तकरीरें रात्रि को ३ बजे तक चली। इस अवसर पर
इन्तजामिया कमेटी के सदर मुजीबुद्दीन खान अज्जू भाई ने बताया कि उर्स के प्रथम दिन आज दोपहर मे ंबाद नमाज जौहर हजरत जलाल षाह सरकार की परचम कुषवाई की रस्म अदा की गई। जिसमें सैकडों जायरीन एवं कमेटी के पदाधिकारी एवं सदस्य मौजूद थे। समारोह में सदर मुजीबुद्दीन खान उर्फ अज्जू भाई, ससचिव नसीर खां, नायक सदर इस्माईल,नायक सेकेट्री अब्दुल षकील,फिरोज खान, इदरीस खान, इकरामुद्दीन,हाजी सलीम साबरी,आबिद अली,अल्ताफ, अब्दुल जमील खां सहित अनेक सदस्य मौजूद थे।
अज्जू भाई ने बताया कि षुक्रवार को बाद नमाजे जुम्मे कुल की रस्म अदा की जाएगी। बाद नमाजे अस्र कुल की फातेहा होगी।

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