चार दिवसीय 7 वां राष्ट्रीय ध्रुपद समारोह 27 से

( 9938 बार पढ़ी गयी)
Published on : 24 Mar, 17 09:03

-झीलों की नगरी में चार दिवसीय 7 वां राष्ट्रीय ध्रुपद समारोह 27 से -पद्मश्री गुंदेचा बंधु, उस्ताद बहाउद्दीन डागर और देश-विदेश के कई संगीत मर्मज्ञ करेंगे शिरकत -28 मार्च को मेवाड़ी संगीत पर होगी कार्यशाला

उदयपुर,विश्व इतिहास के महानायक महाराणा प्रताप के शौर्य की गवाह झीलों की नगरी उदयपुर 27 से 30 मार्च तक शास्त्रीय संगीत की स्वर लहरियों से सराबोर होगी, ध्रुपद धमार की धूम होगी। मौका होगा राजस्थान दिवस के उपलक्ष्य में 7वां राष्ट्रीय ध्रुपद समारोह।

राजस्थान शिक्षा विज्ञान एवं सांस्कृतिक विकास परिषद के तत्वावधान में जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ (डीम्ड) विश्वविद्यालय तथा पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र उदयपुर के सहयोग से आयोजित इस समारोह में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई उस्ताद, गायन-वादन विधा के ख्यातिलब्ध कलाकार और भारतीय शास्त्रीय संगीत की गहरी व बारीक जानकारी रखने वाले संगीत मर्मज्ञ शिरकत करेंगे। इनमें ध्रुपद गायन एवं पखावज वादन विधा में गुंदेचा बंधु के रूप में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विशेष पहचान बनाने वाले पद्मश्री पं. उमाकांत-रमाकांत-अखिलेश गुंदेचा, विश्व विख्यात रुद्रवीणा वादक उस्ताद श्री बहाउद्दीन खान डागर (सधारानी), शास्त्रीय संगीत के आधार ध्रुपद के प्रचार-प्रसार में जुटे उदयपुर के वयोवृद्ध रुद्रवीणा वादक ध्रुपद गुरु पं. डॉ. राजशेखर व्यास, गिटार वादन में अलग ही मुकाम बना रहे डॉ. संजय वर्मा, ध्रुपद गायिका सुनीता अवनी अमीन, उदयपुर के सरोद वादक भार्गव मिस्त्री, पखावज वादक पुणे के सुखद मुंडे, ध्यानेश्वर देशमुख, अमरीका की नैंसी लेश, बांग्लादेश के अहसान जेड. निलॉय, महाराजश्री श्रीकल्याण रायजी आदि प्रमुख हैं। उदयपुर के संगीत पुरोधाओं उस्ताद जाकिरुद्दीन खान डागर (सधारानी) , उस्ताद जियाउद्दीन खान डागर (सधारानी) , संस्कृति व्यास पं. चंद्रशेखर शास्त्री, उस्ताद जिया मोहिउद्दीन डागर (सधारानी) और उस्ताद जिया फरीदुद्दीन डागर (सधारानी) की स्मृति में यह चार दिवसीय समारोह यहाँ राजस्थान कृषि महाविद्यालय (आरसीए) सभागार में आयोजित होगा। इस बार समारोह की विशेषता इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर प्रदान करना है। इसी उद्देश्य से इसमें भारतीय शास्त्रीय संगीत विधा के विदेशी कलाकार, देश के नामी संगीत उस्तादों-पंडितों के देशी-विदेशी शिष्य और कलाकारों को भी इसमें प्रस्तुति देने के लिए आमंत्रित किया गया है।

संगीत पर सेमिनार भी

समारोह के तहत 28 मार्च को सुबह साढ़े नौ बजे से माणिक्यलाल वर्मा श्रमजीवी कॉलेज के सिल्वर जुबली हाल में शास्त्रीय संगीत पर सेमिनार होगा। विषय होगा "सामवेद, सामगान और मेवाड़ी संगीत" । इसमें कई संगीत मर्मज्ञ शिरकत करेंगे और विषय विशेषज्ञ व्याख्यान देंगे।
साभार :


© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.