मीडिया कर्मी का कैमरा और फोन छीना

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Published on : 23 Mar, 17 07:03

अपना फोन लेकर घटना स्थल से जैसे तैसे भागा मीडिया कर्मी

मीडिया कर्मी का कैमरा और फोन छीना महोली/ उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में पड़ने वाली महोली तहसील के उपजिलाधिकारी इन दिनों फिर चर्चा में आ गए हैं। इन दिनों महोली में खाद्यान्न घोटाला और अवैध खनन आदि मीडिया की सुर्खियाँ बनती रहीं लेकिन इन सभी प्रकरणों पर उपजिलाधिकारी महोली की नैतिक जिम्मेदारी कभी भी कोई अधिकारी तय नहीं कर सका। इसके चलते महोली में भृष्टाचार में दिनोदिन इजाफा होता चला गया। उपजिलाधिकारी अतुल अपनी दबंग कार्यशैली के चलते भी आये दिन चर्चा में बने ही रहते हैं। इस बार अतुल कुमार श्रीवास्तव की वजह से महोली का तहसील दिवस इस बार चर्चा का विषय बन गया है। उन पर एक मीडिया कर्मी ने कैमरा और फोन छीनने का सनसनीखेज आरोप लगाया है। इतना ही नहीं मंगलवार को हुए तहसील दिवस में दबंगई के लिए अपनी अलग पहचान बना चुके उपजिलाधिकारी महोली द्वारा एक मीडिया कर्मी से अभद्रता करने का वीडियो सामने आ रहा है। ब्रम्हावली गाँव के निवासी रामजी मिश्र समाचार संकलन संबंधी कार्यों हेतु तहसील गए थे। उन्होंने यह भी बताया कि वह एक निजी पत्रिका के सम्बन्ध में भी एस डी एम सहित अन्य अधिकारियों से उनकी अपेक्षाओं के बारे में जानना चाह रहे थे। इस सम्बन्ध में एस डी एम से सुबह ही उनकी बात हुई जिसके बाद एस डी एम ने कार्यालय पर मिलने की बात कही थी। इसके बाद जब वह कार्यालय पहुँचा तो एक फरियादी को धक्के देकर बाहर निकाला जा रहा था। इसके बाद जो हुआ वह सुन कर किसी के भी होश उड़ जाएंगे। अगर कहा जाए तहसील दिवस इस बार कारनामा दिवस बन गया तो यह कतई गलत न होगा। मंगलवार को महोली में तहसील दिवस चलना शुरू ही हुआ कि इसी समय एक मीडिया कर्मी रामजी भी वहाँ पहुँचा। कुछ ही समय में एस डी एम ने तहसील दिवस में आये पहले फरियादी को धक्के देकर बाहर निकलवाने लगे। वह व्यक्ति फिर से अंदर घुसा तो उक्त मीडिया कर्मी एस डी एम से यह पूछने पहुँच गया कि आखिर एस डी एम के सामने ही एक फरियादी को धक्के देकर कैसे बाहर किया जा सकता है। इस बात के पूछने पर महोली के उपजिलाधिकारी अतुल कुमार भड़क गए और मीडिया कर्मी से तुरन्त बाहर चले जाने का फरमान जारी कर दिया। वायरल हुए एक वीडियो में उपजिलाधिकारी उल्टा फरियादी पर गाली देने के कारण ऐसा करने के आरोप मढ़ने लगे। उपजिलाधिकारी की अध्यक्षता में हो रही सुनवाई में इस तरह के कारनामे पर मीडिया कर्मी का कैमरा लगातार अपना काम कर रहा था। वायरल वीडियो में भड़के अतुल कुमार बार बार बाहर निकलने की बात कहने के साथ प्रेस के हो तो कहते हुए भी नजर आ रहे हैं। इस वीडियो में अतुल मीडिया कर्मी पर सख्त तेवरों के साथ नौटंकी करने की बात कहते दिखाई दे रहे हैं। इधर उपजिलाधिकारी कैमरा देख कर और भड़क गए इसके बाद उन्होंने मीडिया कर्मी से तुरन्त उसका फ़ोन और कैमरा छिनवा लिया। यहीं नहीं उन्होंने मीडिया कर्मी के आरोपों के अनुसार उससे अभद्रता करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। मीडिया कर्मी ने बातों ही बातों में एस डी एम की मेज से अपना फोन उठाकर जेब में रख लिया और वह अपना कैमरा उठाने में असफल रहा। इसके बाद वह पीछे बैठने के लिए वहाँ से चला और गेट के पास पहुँचते ही भाग खड़ा हुआ यह देख कर एस डी एम ने फिर से पकड़ो कह कर पीछे दो सिपाही दौड़ा दिए लेकिन मीडिया कर्मी की माने तो वह जैसे तैसे बाइक की सहायता से भागने में सफल रहा। मीडिया कर्मी के साथ हुए इस दुर्व्यवहार पर वहाँ पर मौजूद महोली टाउन एरिया के इ ओ ने बताया कि जो भी हुआ वह एक मिस्टेक थी जो जानकारी के अभाव में हुआ। इ ओ ने सिपाहियों द्वारा मीडिया कर्मी को दौड़ाने की बात पर कहा कि वह तो वहीँ करेंगे जो एस डी एम कहेंगे इस लिए दौड़ाने वाले दोषी नहीं हैं। उक्त घटना को ए डी एम राम केवल तिवारी ने गलत माना है और मामला मिलने पर कार्यवाही की बात कही है। उक्त वीडियो को जिलाधिकारी ने व्हाट्स एप्प के माध्यम से मीडिया कर्मी से ले लिया है। प्रकरण पर मीडिया हेल्प लाइन पर शिकायत संख्या 20170322001 के साथ दर्ज कर आगे की कार्यवाही के लिए भेज दिया गया है। फिलहाल इस वीडियो के वायरल होने के बाद भी खबर लिखे जाने तक किसी जाँच या कार्यवाही की बात सामने नहीं आ सकी है। वहीँ सोसल मीडिया पर मुद्दा न सिर्फ जोरदार चर्चा का विषय बना हुआ है बल्कि तहसील दिवस के कामकाज पर भी सवाल खड़े कर रहा है। आपको यह भी बताते चलें कि उक्त एस डी एम पर पूर्व में भी कई आरोप लगते रहे हैं। यह मामला एस डी एम के कारनामों में सबसे अनोखा और हैरान करने वाला है। मीडिया कर्मी ने जिलाधिकारी से रिकार्डिंग सहित जब्त किया गया कैमरा उपजिलाधिकारी से दिलाने की मांग की है। पूरे प्रकरण के बाद महोली का तहसील दिवस सवालों के घेरे में आ गया है। सवाल यह उठता है कि क्या फरियादी एस डी को गाली देने जाते हैं? बड़ा सवाल यह भी है कि आखिर एस डी एम मीडिया कर्मी पर क्यों भड़क गए और उन्हें उसके कैमरा और फोन को छीने जाने की जरुरत क्यों महसूस होने लगी। कुछ भी हो वायरल वीडियो देखकर एस डी एम अतुल के तेवर और बात करने का तरीका हर कोई गलत कहता नजर आ रहा है।
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