बेरोजगारी से पार पाने के लिए युवाओ में कोशल विकास की जरूरत

( 18701 बार पढ़ी गयी)
Published on : 10 Mar, 17 09:03

कोशल विकास प्रशिक्षक सुधीर कुमावत ने बताया कि कोशल से माइग्रेशन को रोक जा सकता है और युवाओ को रोजगार के साथ उनकी आजीविका को बेहतर बनाया जा सकता है।

बेरोजगारी से पार पाने के लिए युवाओ में कोशल विकास की जरूरत उदयपुर,बेरोजगारी से पार पाने के लिए युवाओ में कोशल विकास की जरूरत है।उक्त विचार पॉलिटेक्निक महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अनिल मेहता ने डॉ मोहन सिंह मेहता मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा आयोजित युवा और कोशल विकास सम्वाद में व्यक्त किये।डॉ मेहता ने बताया कि युवाओ के कोशल विकास के लिए विद्याभवन पॉलिटेक्निक प्रधानमंत्री कौशल विकास के अंतर्गत आई सी टी टेक्नीशियन का तीन माह का कोर्स एवं उन्नत भारत अभियान का अंतर्गत 5 गावो को गोद लेगा।
डॉ दीपक गुप्ता ने कहा कि औद्योगीकरण व संचार क्रांति के पश्चात कोशल विकास का क्षेत्र व्यापक हुआ है। डॉ सुंदरम ने कहा कि मोबाइल,वायरिंग,ब्यूटी,प्लम्बिंग,कारपेंटरिंग के क्षेत्र में कोशल विकास की काफी सम्भावनाये बढ़ी है।
डॉ नितिन सनाढ्य ने बताया कि कोशल विकास में ट्रेड का चयन क्षेत्र की स्थति और रोजगार की सम्भावनो के अनुकूल होना चाहिए।
कोशल विकास प्रशिक्षक सुधीर कुमावत ने बताया कि कोशल से माइग्रेशन को रोक जा सकता है और युवाओ को रोजगार के साथ उनकी आजीविका को बेहतर बनाया जा सकता है।
समाजकर्मी तेज शंकर पालीवाल ने कहा कि कोशल विकास का कार्य विधार्थी जीवन के प्रारम्भ से ही स्कूलो से शुरू किया जाना चाहिए। सम्वाद में जयकांत दवे एवं नितेश सिंह ने भी विचार व्यक्त किये।
सम्वाद का संचालन करते हुए ट्रस्ट सचिव नन्द किशोर शर्मा ने कहा कि सर्विस सेक्टर एवम् घरेलू कार्यो के लिए हुनर का विकास जरूरी है।

साभार :


© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.