भारतीय लोक कला मण्डल के 66 वे स्थापना दिवस

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Published on : 21 Feb, 17 20:02

समारोह का शुभारम्भ बुधवार से

उदयपुर कलाओ की अन्तराष्ट्रीय संस्था भारतीय लोक कला मण्डल के 66 वें स्थापना दिवस के अवसर पर रंगारंग लोक प्रस्तुतियॉ एवं नाट्य प्रदर्शन का आरम्भ आज से होगा।
संस्था के सहायक निदेशक, गोवर्धन सामर एवं मानद सचिव, रियाज तहसीन ने बताया की भारतीय लोक कला मण्डल के 66 वें स्थापना दिवस के अवसर पर दि परफोमर्स संस्था के संयुक्त तत्वाधान में संस्था 22 फरवरी से 24 फरवरी तक पद्म श्री देवीलाल सामर लोकानुरंजन मेला एवं 25 फरवरी से 2 मार्च तक 13 वॉ पद्म श्री देवीलाल सामर स्मृति नाट्य समारोह के आयोजन में विभिन्न दलो द्वारा प्रस्तुतियॉ प्रस्तुत कि जायेगी। सामर ने बताया की लगभग 180 लोक कलाकार मणिपुर, गुजरात, राजस्थान, तेलंगाना एवं पटियाला से आकर अपनी प्रस्तुतियॉ प्रस्तुत करेंगे।
रियाज तहसीन ने बताया की 25 फरवरी को नाटक - ‘निठ्ठल्ले की डायरी’- हरीशंकर परसाई द्वारा लिखित एवं अरूण पाण्डे द्वारा निर्देशित नाटक विवेचना रंगमंडल जबलपुर, उत्तर मध्य क्षेत्र् सांस्कृतिक केन्द्र इलाहाबाद के सौजन्य से प्रस्तुत किया जायेगा। 26 फरवरी को नाटक बडे ‘भाईसाब’ प्रसिद्व लेखक मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखित एवं श्रीमती वीणा शर्मा द्वारा निर्देशित-रंग विसारत थियेटर क्लब-नई दिल्ली द्वारा प्रस्तुत किया जायेगा। 27 फरवरी को नाटक ‘खबसूरत बहू’ लेखक नाग बोड्से द्वारा लिखित, कविराज लईक द्वारा निर्देशित दि परफोर्मस संस्था द्वारा प्रस्तुत किया जायेगा। 28 फरवरी को नाटक ‘मीता की कहानी’ प्रसिद्व लेखक पद्म भूषण विजय तेंदुलकर द्वारा लिखित, कविराज लईक द्वारा निर्देशित दि परफोर्मस संस्था द्वारा प्रस्तुत किया जायेगा। 1 मार्च को नाटक ‘वेलकम जिंदगी’ लेखक सौम्य जाशी द्वारा लिखित, सुरेश भारद्वाज द्वारा निर्देशित आकार संगम द्वारा राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय नई दिल्ली के सौजन्य से प्रस्तुत किया जायेगा। 2 मार्च को ‘सखाराम बाइण्डर’ लेखक पद्म विभूषण विजय तेंदुलकर द्वारा लिखित, उमेशकांत द्वारा निर्देशित थियेटर लेब चण्डीगढ-उत्तर क्षेत्र् सांस्कृतिक केन्द्र के सौजन्य से प्रस्तुत किया जायेगा।
सामर ने बताया कि इस अवसर पर संस्था प्रांगण में प्रतिदिन दिनांक 22 फरवरी से 2 मार्च तक प्रातः 9.00 बजे से सायं कार्यक्रमो की समाप्ती तक भारत के विभिन्न प्रांतो से आये हुए हस्त शिल्पी अपनी कला वस्तुओ की प्रदर्शनी एवं बिक्री भी करेंगे। तहसीन ने बताया की इस समारोह में संस्था को कला एवं संस्कृति विभाग-राजस्थान सरकार, राजस्थान संगीत नाटक अकेदमी- जोधपुर, युवक सेवा एवं सांस्कृतिक प्रवृति मंत्रलय- गुजरात सरकार, पश्चिमी क्षेत्र् सांस्कृतिक केन्द्र- उदयपुर, भाषा एवं संस्कृति विभाग- तेलंगाना सरकार, उत्तर क्षेत्र् सांस्कृतिक केन्द्र-पटियाला, उत्तर मध्यक क्षेत्र् सांस्कृतिक केन्द्र-इलाहाबाद एवं राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय नई दिल्ली के सहयोग से आयोजन भव्य हो सका है।
स्वर्गीय सामर ने इस संस्था की स्थापना इस उद्वेश्य से कि थी कि लोक कलाऐ अधिक से अधिक प्रचारित-प्रसारित हो, कलाकारो को प्रोत्साहन मिले, उसी को ध्यान में रखते हुए संस्था प्रतिवर्ष इस तरह का आयोजन करती है, जिसमे प्रवेश निःशुल्क रखा जाता है।



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