समाजिक समरसता सोच के प्रेणता सन्त रैदास - फुलवारिया

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Published on : 11 Feb, 17 09:02

सन्त रविदास का ६४० वां जयन्ती महोत्सव हषौल्लास से मनाया

समाजिक समरसता सोच के प्रेणता सन्त रैदास - फुलवारिया
बाडमेर .सन्त रविदास संस्थान बाडमेर के तत्वाधान में सन्त शिरोमणी रविदास का ६४० वां जयन्ती महोत्सव में संस्थान के अध्यक्ष भैरूसिंह फुलारिया व पार्षद श्यामपुरी गोस्वामी के नेतृत्व में कार्यक्रम आयोजित किया गया। सन्त रैदास की तस्वीर पर माल्यार्पण पुष्प चढाकर व दीप प्रज्जवलीत कर शुरूआत की गई। संस्थान द्वारा सन्त के जात-पात पूछे ना कोई, हरि को भेजे हरि का होई‘‘ पोस्टर का विमोचन कर उपस्थित भक्तों को भेन्ट किये गये। संस्थान अध्यक्ष भैरूसिंह ने कहा कि सन्त रविदास जी सामाजिक समरता की सोच के प्रेणता थे। उन्होनें जाति मूलक एंव छूआछूत प्रथा को मिटाने के लिए जन-जागृति की अलख जगाने एवं गरीब, शोषित, पिडत, व अहसाय लोगों को मुख्य धारा में जोडने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित किया। हमें उनके बताने गये मार्ग व आर्दशो पर चलते हुए सादा जीवन का संकल्प लेने का आव्हान किया। पार्षद श्यामपुरी गोस्वामी ने कहा कि हमारी एक मात्र जाति मानव है। अहसाय गरीब वृद्धजन को शोल ओढाकर सम्मान किया। संस्थान के कोषाध्यक्ष बाबुलाल मोसलपुरीया ने बताया कि संस्थान द्वारा जनहित के रचनात्मक कार्य प्राथमिकता से किये जा रहे है। इस अवसर पर लीलाराम मोसलपुरिया, पुजारी रायचन्द सोलंकी, चेलाराम खोरवाल, विजेन्द्र फुलवारिया कानाराम मोर्य चेतनराम खोरवाल रतनलाल गोसाईवाल विक्रम मोसलपुरीया दिनेश गोसाईवाल पुर्व पार्षद मंजु देवी फलवारिया माजीसा झाड दुर्गादेवी सोलंकी भामाशाह शांति देवी मोसलपुरिया कमला खोरवाल राधा देवी गोसाईवाल सहित सैकडो महिला पुरूष सहित कई भक्तगण उपस्थित रहे। संस्थान द्वारा प्रसादी का वितरण कर कोषाध्यक्ष बाबूलाल मोसलपुरिया द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया। कार्यक्रम का संचालन पुजारी रायचन्द सोलंकी द्वारा किया गया।



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