जल संरक्षण में अधिकाधिक भागीदारी निभाएं - श्री कटारिया

( 12187 बार पढ़ी गयी)
Published on : 10 Dec, 16 09:12

गृह मंत्री ने पिपला पानी गांव में किया एमजेएसए के द्वितीय चरण का शुभारंभ

गृहमंत्री श्री गुलाबचंद कटारिया ने मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के दूसरे चरण की उदयपुर जिले में शुरूआत शुक्रवार को भीण्डर पंचायत समिति अंतर्गत पाणुन्द ग्राम पंचायत के पीपलापानी गांव से की।
इस समारोह में मावली के विधायक दलीचंद डांगी, उदयपुर संभाग की मुख्य वन सरंक्षक सुश्री शिखा मेहरा, वन संरक्षक इन्द्रपाल सिंह मथारू, अध्यात्मविभूति आचार्य ललितकृष्णानंद महाराज, नगर पालिका कानोड़ के अध्यक्ष सुनील शर्मा, प्रभारी सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल, जिला कलक्टर रोहित गुप्ता और जल ग्रहण विकास विभाग के अधीक्षण अभियंता सी.एल.सालवी विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे।
इस मौके पर गृहमंत्री ने मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के अंतर्गत वन विभाग द्वारा 48 हजार रुपये की लागत से निर्मित होने वाली स्ट्रेगर्ड ट्रेंच का गैतीं चलाकर कार्य शुरू किया।
गृहमंत्री ने शिलान्यास पट्टिका का अनावरण किया और ग्रामीणों को संबोधित किया। इस मौके पर गृहमंत्री श्री कटारिया ने मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के पहले चरण की आशातीत सफलता और उदयपुर जिले के अव्वल रहने पर सभी संबंधित लोगों, ग्रामीणों, विभागों, अधिकारियों, कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों को बधाई दी और कहा कि दूसरे चरण में भी अपना उदयपुर जिला अव्वल रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि राजस्थान के लिए यह अभियान वरदान साबित हुआ है और सरकार का यह प्रयास है कि जितना पानी रोक सकते हैं उतना रोकें। इसके लिए सभी तरह के प्रयासों में कहीं कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।
गृहमंत्री कटारिया ने ग्रामीणों से कहा कि वे पानी के मोल को समझें और अधिक से अधिक बरसाती पानी को अपने इलाके में संग्रहित करने में मददगार बने। इसके लिए जहां अभियान के कार्य हो रहे हैं उनमें आर्थिक और श्रम सहयोग प्रदान करें।
गृहमंत्री श्री कटारिया ने कहा कि उदयपुर जिले में मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के अंतर्गत 178 करोड़ के काम होंगे, इसमें पूर्व के अभियान की तरह ही जन-जन की इसमें भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस बार उदयपुर जिले में 14 हजार से अधिक जल संरचनाएं बनाने का काम होने वाला है। इसके लिए 85 ग्राम पंचायतों में 240 गांव चयनित किये गये हैं।
गृहमंत्री श्री कटारिया ने राजस्थान में मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे की पहल पर जारी विभिन्न योजनाओं के बेहतर परिणामों की चर्चा की और कहा कि इससे प्रदेश विकास के मामलें में अग्रणी होता जा रहा है।
भामाशाह योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने इसके माध्यम से प्रदेश की एक करोड़ 40 लाख माँ-बहनों के खातें खोलने का काम किया है, जो एक रेकॉर्ड है। उन्होंने कहा कि गरीब आदमी आगे बढ़ेगा, हर क्षेत्र खुशहाल होगा तभी राजस्थान आगे बढ़ेगा। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वे आने वाली पीढि़यों के लिए जल संग्रहण का पुख्ता इंतजाम करें ताकि कर्जदार होकर न मरना पड़े। उन्होंने पढ़ाई-लिखाई करवाते हुए अपने बच्चों को हुनरमंद बनाने व विकास गतिविधियों में जन सहभागिता निभाने पूरी जागरुकता से आगे आने का आह्वान किया।
समारोह को संबोधित खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के प्रमुख शासन सचिव एवं जिले के प्रभारी सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने प्रदेश की समग्र विकास की योजनाओं का जिक्र किया और उदयपुर जिले में मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान में गुणवत्ता और संख्या की दृष्टि से हुए बेहतर कामों के लिए जिला कलक्टर और जिले की टीम की तारीफ की और विश्वास किया कि द्वितीय चरण में भी यह जिला अव्वल रहेगा।
उन्होंने अपने समाज, क्षेत्र एवं प्रदेश के विकास में जल संग्रहण और पानी के बेहतर उपयोग के लिए लोगों को जागरूकता बरतने का आह्वान किया।
भीण्डर पंचायत समिति की प्रधान श्रीमती यशोधरा कंँुवर ने अभियान के कामों की तारीफ की और कहा कि जहाँ कभी सुखा रहता था वहां आज पानी का भंडार उपलब्ध है। इससे ग्रामीणों, मवेशियों आदि सभी को लाभ मिला है। यही नहीं तो उन्होंने कहा कि पशु पक्षियों को भी जल स्वावलंबन अभियान ने राहत दी है।
जिला प्रमुख श्री शांतिलाल मेघवाल ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि ग्रामीणों को चाहिए कि वे श्रमदान करें और अपने गांव को पानी के मामले में आत्मनिर्भर बनाएं। इसके साथ उन्होंने पेड़ लगाने के लिए भी जोर दिया।
भामाशाह मुकेश कोठारी का सम्मान
समारोह में जल स्वावलंबन अभियान के उद्देश्यों और उदयपुर जिले की आशातीत सफलता से प्रेरित होकर भामाशाह के रूप में मुकेश कोठारी ने जल स्वावलंबन अभियान के लिए अपनी ओर से 25 हजार रुपये का आर्थिक सहयोग दिये जाने की घोषणा की और मौके पर ही इसका चैक गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया को भेंट किया। गृहमंत्री श्री कटारिया ने मुकेश कोठारी की सराहना की और उन्हें पगड़ी पहनाकर उनका अभिनंदन किया।
समारोह के आरंभ में उप वन संरक्षक ओमप्रकाश शर्मा ने स्वागत भाषण दिया और अभियान में वन विभाग की भागीदारी का जिक्र किया। इस पूर्व अतिथियों का पुष्पहार व पगड़ी पहनाकर स्वागत किया गया। पाणुन्द के सरपंच भंवर सिंह शक्तावत, पीपलापानी वन सुरक्षा एवं प्रबंध समिति के अध्यक्ष दुधाजी, मोतीदा की सरपंच श्रीमती भंवर कुंवर, मोहनजी, वल्लभनगर के उपखण्ड अधिकारी वारसिंह, भीण्डर के विकास अधिकारी जितेन्द्र सिंह, सहायक वन सरंक्षण फतह सिंह राठौड़ एवं डी.के. तिवारी सहित विभागीय अधिकारियों ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन लायक अली खान ने किया।
कठपुतली प्रदर्शनी ने मन मोहा
मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के दूसरे चरण के शुभारंभ समारोह में जाने-माने कठपुतली कलाकार रामू भाट ने कठपुतलियों का कमाल दिखाते हुए उनके माध्यम से पर्यावरण, जलग्रहण, मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान, मेड़बंदी, एनीकट, स्वच्छ भारत मिशन, पढ़ाई-लिखाई, ग्रामीण विकास, चिकित्सा एवं स्वास्थ सहित लोक जीवन के तमाम विषय पर संदेश दिए।
नाटक ने गुदगुदाया और संदेश भी दिया
भीण्डर पंचायत समिति के पीपलापानी में आयोजित मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के दूसरे चरण के शुभारंभ समारोह में जाने-माने रंगकर्मी श्री विलास जानवे के निर्देशन में नाटक “राख सको तो राखो पाणी“ ने बड़ी संख्या में मौजूद ग्रामीण नर-नारियों को मनोरंजन के साथ पानी बचाने का संदेश दिया।
समारोह मंें उपस्थित गृहमंत्री श्री गुलाबचंद कटारिया सहित अन्य वक्ताओं ने इस नाटक का जिक्र किया और अपने भाषण में सराहना की। अतिथियों ने नाटक के कथानक व संवादों की चर्चा की और ग्रामीणों को जल संरक्षण का महत्व समझने का आह्वान किया और कहा कि आज आवश्यकता इस बात है कि हम पानी बचाएं और अपने क्षेत्र को पानी के मामले में आत्मनिर्भर बनाएं। नाटक का संगीत निर्देशन मनीष ने किया और इसमें मार्तण्ड फाउण्डेशन व विद्या भवन के छात्र-छात्राओं ने बेहतरीन ढंग से अपनी अदाकारी प्रस्तुत की।

साभार :


© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.