एमजेएसए प्रथम चरण में विश्व पटल पर छाने के बाद द्वितीय चरण का हुआ भव्य आगाज़

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Published on : 10 Dec, 16 07:12

शहरी क्षेत्र में डूंगरपुर की रामबाव तथा ग्रामीण क्षेत्र में मोकरवाड़ा से हुआ अभियान का शुभारंभ

एमजेएसए प्रथम चरण में विश्व पटल पर छाने के बाद द्वितीय चरण का हुआ भव्य आगाज़ मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के प्रथम चरण में राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय पटल तक डूंगरपुर जिले में हुए संपादित गुणवत्तापूर्ण कार्यो की सराहना के बाद शुक्रवार को जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में अभियान के द्वितीय चरण भव्य आगाज़ हुआ।
मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान प्रथम चरण की अपार सफलता के बाद द्वितीय चरण में सम्मिलित शहरी क्षेत्रों के तहत नगरपरिषद् डूंगरपुर क्षेत्र की रामबाव एवं ग्रामीण क्षेत्र में डूंगरपुर पंचायत समिति के मोकरवाड़ा ग्राम में मंत्रोच्चार के साथ अभियान का शुभारंभ हुआ।
शुभारंभ मौकों पर प्रभारी सचिव एवं विधायक डूंगरपुर देवेन्द्र कटारा, जिला प्रमुख माधवलाल वराहत, संभागीय आयुक्त भवानी सिंह देथा, जिला कलक्टर सुरेन्द्र कुमार सोलंकी, नगरपरिषद् सभापति के.के.गुप्ता, उपसभापति फखरूद्दीन बोहरा, डूंगरपुर प्रधान लक्ष्मण कोटेड, उपवन सरंक्षक एस. सारथ बाबू, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डूंगरपुर आशीष गुप्ता, समाजसेवी गुरूप्रसाद, मनोहर पटेल, पूर्व आरपीएसी सदस्य एवं वरिष्ठ अधिवक्ता शंकरसिंह सोलंकी, एमजेएसए नोडल प्रभारी एवं अधीक्षण अभियंता आर.के.अग्रवाल, मोकरवाड़ा सरपंच तेजपाल, समस्त पार्षदगण के साथ ही शहर के गणमान्य नागरिकगण उपस्थित थे।
महारावल रामसिंह द्वारा लगभग 1702 से 1730 ई.वी. में बनाई गई प्राचीन एवं ऐतिहासिक रामबाव बावड़ी तथा मोकरवाड़ा ग्राम में जल संरचना की पूजा-अर्चना एवं श्रमदान के साथ शुरू हुए अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम में डूंगरपुर विधायक देवेन्द्र कटारा ने कहा कि धरती का श्रृंगार है जल और जल है तो जीवन है इसलिए इसकी महत्ता को समझते हुए राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे जल सरंक्षण प्रयासों में क्षेत्र के निवासियों का जुड़ाव आवश्यक है। उन्होंने समस्तजन से इस अभियान में अपने श्रम की आहुति देने की अपील की।
कार्यक्रम में जिला प्रमुख माधवलाल वराहत ने कहा कि इस अभियान के तहत न केवल जल का संरक्षण हो रहा है वरन प्राचीन एवं ऐतिहासिक व पुरातात्विक महत्व के जल स्रोतों का जीणोद्वार होने से पानी की उपलब्धता के साथ पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
अभियान की सफलता को बताते हुए संभागीय आयुक्त भवानीसिंह देथा ने बताया कि प्रथम चरण में पूरे राज्य, उदयपुर संभाग तथा डूंगरपुर जिले की उपलब्धियों को बताते हुए द्वितीय चरण के कार्यो की सफल क्रियान्विति सुनिश्चित करने की बात कहीं।
इस मौके पर नगरपरिषद सभापति के.के.गुप्ता ने आमजन से आह्वान किया कि जल संरक्षण का कार्य प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है और संकल्पित हो कि हर व्यक्ति वर्षा के जल का संग्रहण करने के लिए अपने घर में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को बनवायें। उन्होंने नगरपरिषद् के पूर्व में स्वच्छता अभियान एवं एमजेएसए प्रथम चरण में किये गये नवाचारों को उल्लेख करते हुए अभियान को सफल बनाने की बात कहीं।
डूंगरपुर प्रधान लक्ष्मण कोटेड ने मोकरवाड़ा ग्रामजनों को स्थानीय बोली वागड़ी में अभियान के तहत किए जाने वाले कार्यो एवं इसकी महत्ता के बारें में समझाया। इस मौके पर समाजसेवी गुरूप्रसाद एवं शंकरसिंह सोलंकी, सरपंच मोकरवाड़ा तेजपाल ने भी विचार व्यक्त किए।
इस मौके पर जिला कलक्टर सुरेन्द्र कुमार सोलंकी ने प्रथम चरण में पूर्ण हुए गुणवत्तायुक्त कार्यो के लिए पूरी टीम की सराहना की तथा द्वितीय चरण में पहले से भी अधिक श्रेष्ठ उपलब्धि अर्जित कर जिले में अभियान की सफलता सुनिश्चित करने को प्रेरित किया।
द्वितीय चरण में कुल 85.81 करोड़ के 8695 कार्य होंगेः
एमजेएसए नोडल प्रभारी एवं अधीक्षण अभियंता आर.के.अग्रवाल जिले में एमजेएसए द्वितीय चरण में डूंगरपुर जिले में कुल 8695 कार्यो को स्वीकृत किया गया है जिसमें कुल 84 पंचायतों के 184 गांवों में जल संरचनाओं से संबंधित कार्य किया जाएगा। इन कार्यो के लिए 85.81 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है।
ग्राम मोकरवाड़ा में प्रदर्शनी का भी किया अवलोकन:
संभागीय आयुक्त भवानीसिंह देथा एवं अन्य अतिथियों ने विभाग द्वारा मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन के प्रथम चरण में संपादित गतिविधियों एवं जल संरचनाओं की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। एमजेएसए नोडल प्रभारी एवं अधीक्षण अभियंता आर.के.अग्रवाल ने बताया कि प्रदर्शनी अधिशासी अभियंता अशोक माहेश्वरी एवं वैष्णव के निर्देशन में आईईसी प्रभारी महेश जोशी ने प्रदर्शनी को लगाया।
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