विद्यापीठ ः- पांच दिवसीय निशुल्क पाम्परिक स्वास्थ शिविर

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Published on : 07 Dec, 16 06:12

परम्परागत तरीकों से लाईलाज रोगो का ईलाज संभव - प्रो. सारंगदेवोत

विद्यापीठ ः- पांच दिवसीय निशुल्क पाम्परिक स्वास्थ शिविर उदयपुर वर्तमान में आम जन का आयुर्वेदिक पद्धति एवं परम्परागत तरीको से स्वास्थ लाभ का रूजान दिनों दिन बढता जा रहा है। एलोपेथी दवाओं के निरन्तर सेवन से साईडइफेक्ट का खतरा बहुत अधिक हो जाता है इसी को मद्दे नजर रखते हुए आज आम जन घरेलु एवं परम्परागत तरीको की ओर रूझान बढता जा रहा है। उक्त विचार मंगलवार को जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ एवं राष्ट्रीय गुणी मिशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित पांच दिवसीय निशुल्क पाम्परिक स्वास्थ्य शिविर के उद्घाटन के अवसर पर अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कही। उन्होने कहा कि हमारे पारम्परिक एवं घरेलु नुस्खों से लाईलाज बिमारी को भी जड से समाप्त किया जा सकता है। विशिष्ठ अतिथि डॉ. जीयालाल जाट, भंवर धबाई एवं अधिष्ठाता प्रो. सुमन पामेचा ने की। समारोह में प्रो. नीलम कोशिक, प्रो. मुक्ता शर्मा, डॉ. धीरज प्रकाश शर्मा, प्रो. अनिता शुक्ला, डॉ. हेमेन्द्र चौधरी, डॉ. पारस जैन उपस्थित थे।
इसका होगा निशुल्क उपचार ः- भंवर धाबाई ने बताया कि पांच दिवसीय शिविर में दमा, गठिया, कमर दर्द, नसो में दर्द, साईटिका, स्लीपडिस्क सहित अन्य बिमारियों का पाम्परिक तरीको से निशुल्क परामर्श एवं इलाज किया जायेगा।

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