sbk महाविद्यालय की समस्याओं के लेकर विरोध प्रदर्शन

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Published on : 06 Dec, 16 07:12

जैसलमेर:- महाविद्यालय की समस्याओं को लेकर abvp के कार्यकर्ताओं ने आज दोपहर 12:30 बजे स्थानीय sbk महाविद्यालय की समस्याओं के लेकर विरोध प्रदर्शन किया।

sbk महाविद्यालय की समस्याओं के लेकर विरोध प्रदर्शन एबीवीपी महाविद्यालय इकाई अध्यक्ष दुर्जनसिंह छतांगढ़ ने बताया कि महाविद्यालय में व्याप्त असमस्याओं को लेकर आज दोपहर 12:30 बजे महाविद्यालय पर एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने कॉलेज के गेट को बंद करके तालाबंदी करके नारेबाजी करके विरोध प्रदर्शन किया। उसके बाद महाविद्यालय प्राचार्य जगदीश पुरोहित का घेराव कर आयुक्त कॉलेज शिक्षा जयपुर के नाम का ज्ञापन सौंपा गया जिसमें बताया कि अंतरराष्ट्रीय सीमावर्ती जिला जैसलमेर जो की आर्थिक तथा शिक्षा की दृष्टि से अत्यंत पिछड़ा जिला है। एस. बी.के. राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जैसलमेर जो केवल नाम मात्र का स्नातकोत्तर महाविद्यालय है, जिसमे केवल राजनीती विज्ञान विषय में ही स्नातकोत्तर का विकल्प है। इसके अलावा कला संकाय, के किसी भी विषय में स्नातकोत्तर का विकल्प नहीं है, विज्ञान संकाय तथा वाणिज्य संकाय में तो कोई भी विकल्प नहीं है। उक्त महाविद्यालय में स्नातक में भी कई विषयों में अध्यन के विकल्प नहीं है जैसे- संस्कृत, चित्रकला और होम साइंस आदि। उक्त महाविद्यालय में व्याख्याताओं और अन्य पद पिछले कई वर्षों से खाली पड़े है, जिससे अध्यन कार्य पूर्ण रूप से प्रभावित होता है। जैसलमेर जिले में LLB तथा अन्य प्रोफेशनल कोर्स नहीं होने के चलते कई विद्यार्थियों को अध्यन कार्य बीच में ही छोड़ना पड़ता है। जैसलमेर से नजदीक जोधपुर शहर पड़ता है जिसकी दूरी 300 किमी है उच्च अध्यन के लिए विधायर्थियों को जोधपुर जाना पढता है जो की माध्यम व निम्न वर्ग के विद्यार्थियों की पहुच से परे होने के कारण बीच में ही अध्यन कार्य छोड़ने को मजबूर होना पड़ता है, जिससे उच्च शिक्षण से वंचित रहना पड़ रहा है। उक्त महाविद्यालय में छात्रसंघ कक्ष भी अलग से नहीं बना हुआ है, हमेसा महाविद्यालय के ही किसी कक्ष पर छात्रसंघ कक्ष का ठप्पा लगाना पड़ता है महाविद्यालय में कई कक्ष बहुत ही जरजर अवस्था में है, लाइट की वायरिंग भी कई कक्षों में लटक रही है, महाविद्यालय छात्रावास के भी कक्षों का पिछले कई सालों से मरमत का कार्य नहीं हुआ है जिसके कारण सभी कक्ष क्षतिग्रस्त अवस्था में है, जिसके चलते कभी भी कोई बड़ी अनहोनी घटना घटित हो सकती है। उक्त महाविद्यालय में खेल सामग्री भी उपलब्ध नहीं है जिसके चलते हमेशा ही महाविद्यालय खेलों में पिछड़ते है और कई प्रतिभाओं का कैरियर चोपट हो जाता है। उक्त महाविद्यालय की पुस्तकालय में भी पुस्तकों की उपलब्धता के चलते कई प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वालों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उक्त महाविद्यालय में केंटीन की कोई सुविधा नहीं होने के चलते महाविद्यालय के विद्यार्थियों को बड़ी ही असुविधा का सामना करना पड़ता है।
अतः आपसे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद संगठन का आग्रह है कि जैसलमेर एक पिछड़ा जिला है जिसकी ज्वलंत समस्याओं को देखते हुए इनका तुरंत प्रभाव से निस्तारण करवाके माध्यम तथा निम्न वर्ग के विद्यार्थियों के हित में कदम उठायें। इस अवसर पर शम्भूसिंह छतांगढ़, महेंद्रसिंह फुलिया, घनश्याम पालीवाल, स्वरुप पूनमनगर, रमेश गर्ग, मोहन पाण्डे, चंद्रप्रकाश, अहसान, जीतेन्द्र सिंह, किशन मेघ, चुतरपाल पिथला, श्रवण सिंह, छोटू सिंह, राकेश विश्नोई, थानेश, एवन सिंह, अशोक विश्नोई, मुकेश विश्नोई, कालूसिंह, बाबूसिंह, राजेंद्र मोकला, भरतपाल, भुरपाल, लाभू सिंह अकाल और हेमेंद्र सिंह आदि उपस्थित थे।
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