जिम्नास्ट दीपा कर्माक ने बच्चों का मनोबल बढ़ाया

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Published on : 21 Oct, 16 08:10

जिम्नास्ट दीपा कर्माकर मुम्बई के चिल्ड्रन वेलफेयर सेंटर हाई स्कूल के बच्चों का मनोबल बढ़ाया

जिम्नास्ट दीपा कर्माक ने बच्चों का मनोबल बढ़ाया मुंबई। चिल्ड्रन वेलफेयर सेंटर के स्कूल तथा कलारास कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स द्वारा एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन मंगलवार १८ अक्टूबर २०१६ को चिल्ड्रन वेलफेयर सेंटर हाई स्कूल,यारी रोड,अँधेरी(वेस्ट), मुंबई में आयोजित किया गया था, कि सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। जहाँ पर २०१४ के कामनवेल्थ गेम में और वर्ल्ड आर्टिस्टिक जिमनास्टिक्स चैम्पिनशिप के जिम्नास्ट में ब्रोंज मैडल जीतने वाली वर्ल्ड क्लास जिम्नास्ट दीपा कर्माकर मुख्य अतिथि के तौर द्रोणाचार्य अवार्डी बिश्वेश्वर नंदी के साथ कार्यक्रम में पधारकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाया।जिनका स्वागत बैंडबाजे के साथ आरती उतारकर बड़े ज़ोर शोर के साथ प्रिंसिपल श्री अजय कौल और स्कूल के एक्टिविटी चेयरमैन श्री प्रशांत काशिद और स्कूल और कॉलेज के स्टाफ व बच्चों द्वारा किया गया। और सभी अतिथिगण को फूलों का गुलदस्ता और ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया।

चिल्ड्रन वेलफेयर सेंटर से प्रिंसिपल श्री अजय कौल ने कहा," जल्द ही हम लोग बच्चों के लिए जिमनास्टिक्स सेन्टर खोलने का प्रयास कर रहे है। जिससे हमारे स्कूल और कॉलेज के बच्चे स्पोर्ट्स में आगे बढे।"

स्कूल के एक्टिविटी चेयरमैन श्री प्रशांत काशिद ने बताया कहा कि बच्चों में खेल की भावना जगाने हेतु और उनका मनोबल बढाने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।वर्ल्ड क्लास जिम्नास्ट दीपा करमरकर ने कहा," आज सभी बच्चों को पढाई के साथ -साथ स्पोर्ट्स पर भी ध्यान देना जरूरी है। दोनों ही चीजे जीवन में जरुरी हैं। अपनी इच्छा और जरुरत के हिसाब से पहले दूसरे स्थान पर इसे रख सकते है। "

द्रोणाचार्य अवार्डी बिश्वेश्वर नंदी ने कहा,"अभी हाल में हुए रियो ओलंपिक्स २०१६ मंल आर्टिस्टिक जिम्नास्ट में ५२ साल के बाद पहलीबार भारत की तरफ से दीपा ने जगह लेकिन चौथे स्थान पर पहुँची,दीपा कर्माकर को आज पूरा देश जानता है। त्रिपुरा एक छोटी से जगह है लेकिन लोग दीपा की वजह से जानने लगे। कोई भी स्पोर्ट्स हो सभी बच्चों को इसमें अपनी रूचि रखनी चाहिए।आज खेल की वजह से लोग नाम कमा रहे है जिसकी मिशाल दीपा कर्माकर है।पहले कहा जाता था कि पढ़ोगें लिखोगे तो बनोगे नवाब और खेलोगे कूदोगे तो होंगे ख़राब लेकिन अब यह गलत साबित हो गया है।"

इस अवसर पर क्लारास कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स की प्रिसिपल डॉ.ज़ाहिदा शेख,क्लारास कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन की प्रिसिपल डॉ.सफिया मुकदमा,चिल्ड्रन वेलफेयर सेंटर की टीचर डायना रेयेन,जिलोत्तामा बेलेल, हुमेरा नागरी, अक्षा मेमन, चनी खेड़वाल इत्यादि ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया और कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना भरपूर सहयोग दिया।
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