निगरानी समिति की रंग लाई समझाईश

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Published on : 30 Sep, 16 10:09

बांसवाडा,स्वच्छ भारत मिशन में समझाईश ग्राम्यांचलों में जबर्दस्त बदलाव ला रही है। इसी का ज्वलन्त उदाहरण देखने को मिल रहा है बांसवाड़ा जिले की गढ़ी पंचायत समिति अन्तर्गत चौपासाग ग्राम पंचायत के कुमजी का पारड़ा गांव में।

इस गांव में कुल जमा 890 परिवार हैं जिनमेें से 800 परिवारों ने अपने-अपने घरों में शौचालय बनवा दिए हैं और इनका उपयोग भी कर रहे हैं। मात्र 90 परिवार ऎसे बचे थे जिनके यहां शौचालय नहीं बन पाए थे। इस वजह से ग्राम पंचायत को खुले में शौच मुक्त घोषित करना संभव नहीं हो पा रहा था।

इन लोगों को निगरानी समिति ने खूब समझाया। इसका असर ये हुआ कि 90 परिवारों ने अपने घर में शौचालय निर्माण का संकल्प ले लिया और एक ही दिन में एक साथ शौचालय निर्माण कार्य का श्रीगणेश कर दिया। इन बचे हुए ग्रामीणों ने अपने घर में शौचालय बनाने के लिए कमर कस ली है और गड्ढ़े खोदने शुरू कर दिए हैं और स्वच्छता की ओर बढते कदम बढने लगे।



देखते ही देखते शौचालयों का काम आकार ले रहा है। वह दिन दूर नहीं जब चौपासाग ग्राम पंचायत खुले में शोच से मुक्त होने का गौरव पा लेगी। जिले के अन्य हिस्सों में भी शौचालय निर्माण का कार्य जारी है। इस मायने में कहा जा सकता है कि स्वच्छ भारत मिशन ने आदिवासी बहुत बांसवाड़ा जिले में जन आन्दोलन का स्वरूप ग्रहण कर लिया है। ग्राम्य लोक जागरुकता और प्रशासन की पहल से ताजो वागड़ अभियान जिले भर में धूम मचाता हुआ निरन्तर उपलब्धियां अर्जित करने की ओर अग्रसर है।


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