जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक

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Published on : 28 Sep, 16 10:09

जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक कोटा जिला कलक्टर डॉ. रविकुमार सुरपुर ने मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को प्रभावी एन्टी लार्वल एक्टिवीटी व फोगिंग करने एवं उसकी मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए हैं। मंगलवार को टैगोर हॉल में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की मासिक समीक्षा बैठक में कलक्टर ने सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर डेंगू की जांच के लिए आरडीटी कार्ड टेस्ट की सुनि८चता करने के निर्देश सीएचसी प्रभारियों को दिए। उन्होने कहा कि चिकित्सा अधिकारी सभी संदिग्ध मरीजों की प्लेटलेट्स काउन्ट की आव८यक रूप से जांच करवाकर तत्काल उपचार सुनि८चत करें।
जिला कलक्टर ने आरबीएसके कार्यक्रम के तहत चिन्हित बच्चों में से भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के लाभार्थी की पात्र्ता रखने वाले बच्चों का उपचार भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में ही करवाने के निर्देश दिए। बैठक में भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत अभी तक कोई भी कैस नही करवाने वाले चार प्राईवेट अस्पतालों चांदनी हॉस्पिटल, डीडी नेत्र् संस्थान, कोटा कैंसर व टीटी हॉस्पिटल को नोटिस जारी करवाने के निर्देश सीएमएचओ डॉ. आर.एन. यादव को दिए।
बैठक में सीएमएचओ डॉ. आर.एन. यादव ने बताया कि कायाकल्प आवार्ड में सीएचसी सांगोद का चयन हुआ हैं। जिसमें सीएचसी को एक लाख रूपये की इनामी राशि मिलेगी।
बैठक में जिला कलक्टर ने मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं सेवाओं तथा परिवार कल्याण कार्यक्रमों की भी समीक्षा की। बैठक में चिकित्सा विभाग के जुडे सभी जिला स्तरीय अधिकारी, सभी बीसीएमओ, सीएचसी प्रभारी व अन्य कर्मचारीगण मौजूद थे।
मौसमी बीमारियों के रोकथाम को लेकर अतिरिक्त निदेशक ने ली बैठक -

जिले में मौसमी बीमारियों की प्रभावी रोकथाम के लिए जयपुर से आए अतिरिक्त निदेशक परिवार कल्याण एवं मौसमी बीमारी कोटा जोन प्रभारी डॉ. एस.एम मित्तल ने मंगलवार को सांय सीएमएचओ कक्ष में सभी बीसीएमओ, सभी सीएचसी प्रभारी व कोटा शहर के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारियों की बैठक ली। डॉ. मित्तल ने पांचों बीसीएमओ को अपने अपने ब्लॉक में टूर प्लान बनाकर अपने साथ एमपीडब्ल्यू व स्थानीय स्टॉफ को साथ लेकर गांव-गांव विजिट करने एवं एन्टी लार्वल एक्टीविटी करवाने के निर्देश दिए। शहर में महिला आरोग्य समितियों से घर-घर विजिट कर एन्टी लार्वल एक्टीविटी में सहयोग करने व जागरूकता करने के निर्दश दिए। उन्होने हाई रिस्क एरियों में विशेष रूप से अतिरिक्त एन्टी लार्वल एक्टीविटी व फोगिंग करवाने के निर्देश दिए। बैठक में एन्टोमोलोजिस्ट डीपी चौधरी ने बताया कि मंगलवार को पूरानी रेलले कॉलोनी में पानी की टंकियों में लार्वा रोधी गम्बूषया मछलियां छोडी गई।

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