भारत सरकार द्वारा प्रायोजित आदर्शपाठ्यक्रम सम्पन्न

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Published on : 28 Sep, 16 10:09

उदयपुर प्रसार शक्षा निदेशालय के सभागार में भारत सरकार द्वारा प्रायोजित 8 दिवसीय आदर्श पाठ्यक्रम जो कृषि पर्यटन विषय पर आधारित सम्पन्न हुआ। इस समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्रो. उमा शंकर शर्मा, कुलपति, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी वि८वविद्यालय, उदयपुर ने कहा कि कृषि पर्यटन के क्षेत्र् में ग्रामीण युवाओं के लिये रोजगार के असीम अवसर है। कृषि पर्यटन ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार के अलावा कृषि में सम्बलता प्रदान करेगा। कृषि पर्यटन के विकास से गांव, अन्य व्यवसायियों एवं कारीगरों को भी रोजगार मिलेगा एवं इससे गांव का समग्र विकास होगा।
प्रो. जी. एस. तिवारी, निदेशक प्रसार शक्षा निदेशालय, उदयपुर ने अपने उद्बोधन में यह बताया कि आज के व्यस्त शहरी एवं कॉरपोरेट जीवन में व्यक्ति ऊब चुका है और वे चाहते ह कि वे ऐसी जगह जायें जहां उन्हें शांति मिल सके इसके लिये ग्रामीण वातावरण से स्वच्छ ओर दूसरा कोई विकल्प नहीं है। कृषि पर्यटन से किसानों को अपने उत्पादन की अधिक आय मिल सकती है। कृषि पर्यटन गांवों से युवकों का शहर की तरफ पलायन भी कम करेगा।
डॉ. पियुष जानी ने आदशर् पाठ्यक्रम के बारे में जानकारी दी और यह बताया कि इस पाठ्यक्रम में देश के प्रति६ठत श्री पाण्डूरंग तरवरे जिनको इस विषय में रा६ट्रपति, भारत सरकार द्वारा सम्मानित हो चुके हैं उन्होंने इस कार्यक्रम में अपना व्याख्यान दिया। इसके अलावा श्री विनय चतुर्वेदी, करूणेश सक्सेशा, हिमांशु शर्मा, श्रीमान एवं श्रीमती सहगल आदि ने अपने व्याख्यान दिये।
पाठ्यक्रम में देश के 7 राज्यों से 20 वरि६ठ कृषि अधिकारियों ने भाग लिया जो महारा६ट्र, तमिलनाडु, बिहार, उडीसा, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश एवं गोवा से थे। कार्यक्रम का संचालन सुश्री डॉ. लतिका व्यास ने किया एवं धन्यवाद प्रो. एस. एस. राजपूत ने दिया।


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