दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय कार्यशाला का हुआ समापन

( 2999 बार पढ़ी गयी)
Published on : 26 Aug, 16 17:08

महिलाओं के प्रति नकारात्मक सोच बदले बिना देश का विकास असंभव - प्रो. शोभा अरूण

उदयपुर / जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के संघटक उदयपुर स्कुल ऑफ सोशल वर्क एवं मेनचेस्टर मेट्रोपोलिटन विश्वविद्यालय, यू.के. संयुक्त तत्वावधान में ’’ग्लोबल गर्ल्स‘‘ विषयक पर दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय कार्यशाला का शुक्रवार को महाविद्यालय के सभागार में समापन हुआ। प्राचार्य डॉ. मंजू मांडोत ने बताया कि कार्यशाला का उद्घाटन मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत, मेनचेस्टर मेट्रोपोलिटन विश्वविद्यालय, यू.के. की प्रो. शोभा अरूण ने किया। कार्यशाला के प्रथम दिवस पर विद्यापीठ द्वारा संचालित श्रेय भारती सामुदायिक केन्द्र साकरोदा केन्द्र एवं कानपुर केन्द्र पर ग्रामीण महिलाओं से प्रो. शोभा अरूण ने भारत एवं यूके में महिलाओं की स्वास्थ, पोषण, शिक्षा, तथा सौन्दर्य के मुदद्ो पर विस्तृत चर्चा की। समापन समारोह में प्रो. शोभा अरूण ने भारत एवं युके में उनके द्वारा किये गये अध्ययन को साझा करते हुए कहा कि भारत एवं युके महिलाओं को लेकर वास्तविक स्थिति आज भी सोचनीय है। दोनो की देशों के समाजों में आज भी पितृ सत्तात्मक व्यवस्था व्याप्त है। मुद्दे अलग अलग है लेकिन शोषण का शिकार महिलाए ही है। उन्होने कहा कि दोनों ही देशों के लडकियों के प्रति नकारात्मक सोच की मानसिकता को बदलना होगा, इसे बदले बिना देश का विकास संभव नहीं है। इसके लिए सामाजिक कार्यकर्ता को आगे आना होगा। इसको बदलने के लिए आज मीडिया अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है। प्रारंभ में प्राचार्य डॉ. मंजू मांडोत ने दो दिवसीय कार्यशाला का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए अपने विचार व्यक्त किए। कार्यशाला का संचालन डॉ. वीणा द्विवेदी ने किया जबकि धन्यवाद डॉ. अवनीश नागर ने दिया।

साभार :


© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.