वासनी कला के शिविर ने दिया सुकून

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Published on : 25 Jun, 16 21:06

4 दशक बाद शिविर में सुधरी गलती, बाप की जगह भाई के रूप में हुआ नाम दर्ज

एक खातेदार का नाम भाई के रूप में दर्ज होना चाहिए था लेकिन बरसों पहले भाई का नाम पिता के रूप में दर्ज हो गया। इस गलती को सुधारा गया शनिवार को मावली उपखण्ड क्षेत्र के वासनी कला में लगे राजस्व लोक अदालत अभियान न्याय आपके द्वार शिविर में।
प्रकरण के अनुसार संवत् 2030 में हुई जमा बंदी में गेबा को भेरा का पुत्र दर्ज कर दिया गया था जबकि गेबा और भेरा भाई-भाई होकर डालू डांगी की संतानें हैं। इस मामले को लेकर मावली के उपखण्ड अधिकारी जितेन्द्र ओझा के समक्ष प्रार्थना पत्र प्रस्तुत हुआ। इसकी जांच कर खाते में नाम दुरस्त करते हुए गेबा, भेरा, पेमा पिता डालू डांगी दर्ज कर लिया गया।
शिविर में मावली विधायक दलीचंद डांगी और उपखण्ड अधिकारी जितेन्द्र औझा ने दुरस्त हुए खाते की नकल प्रार्थियों को जैसे ही सौंपी, वे खुश हो उठे और उन्होंने राजस्व लोक अदालत शिविर और अधिकारियों के प्रति आभार जताया। इस मौके पर तहसीलदार राजीव बड़गूजर, सनवाड़ के नायब तहसीलदार मनोहरलाल जैन, भू अभिलेख निरीक्षक कालूसिंह राणा, पटवारी लोकेश बड़गूजर सहित ग्राम्यजन उपस्थित थे।
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