राजस्थान विद्यापीठ -घर बैठे ज्योतिष एवं वास्तुशास्त्र सीखें

( 11899 बार पढ़ी गयी)
Published on : 24 Jun, 16 07:06

राजस्थान विद्यापीठ -घर बैठे ज्योतिष एवं वास्तुशास्त्र सीखें उदयपुर अब घर बैठे दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से छात्र ज्योतिष एवं वास्तुशास्त्र को कोर्स कर सकेगा। विश्वविद्यालय में बी.एससी. (विज्ञान) तथा एम.एससी. ऑर्गेनिक केमिस्ट्री में इसी सत्र से शुरू किया जा रहा है। योग में डिप्लोमा के साथ स्नातकोत्तर (एम.ए.) भी इसी सत्र से प्रारम्भ किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा अनुमोदित नये बी.ए. बी.एड., एम.पी.एड. भी इसी सत्र से प्रारंभ किया जायेगा। यह निर्णय जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय की ओर से गुरूवार को कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत की अध्यक्षता में आयोजित एकेडमिक कोन्सिल की बैठक में लिया गया। उन्होने बताया कि जनशिक्षण एवं विस्तार कार्यक्रम निदेशालय के अन्तर्गत संचालित ग्रामीण अंचल के सभी सामुदायिक केन्द्रों तथा विश्वविद्यालय के सभी विभागों में रोजपगार परक पाठ्यक्रम (कौशल विकास) शुरू किए जा रहे है। यूजीसी के नियमानुसार च्वाइस आधारित के्रडिट प्रणाली में पीजी लेवल पर शुरू की जा रही है। इसमें छात्र अपने विषय के अतिरिक्त दो विषय जिसमें उसकी रूचि हो जो उस विश्वविद्यालय में पढाये जा रहे है को चुन सकेंगे।

प्रो. जी.एम. मेहता ने बताया कि बेठक में प्रो. पी.सी दोशी , प्रो. मुक्ता षर्मा, डॉ. अमिया गोस्वामी, डॉ. मनीष श्रीमाली, डॉ. जे.एस. खरकवाल, डॉ. धीरज जोशी, डॉ. मंजू मांडोत, डॉ. शैलेन्द्र मेहता, प्रो. नीलम कौशिक, डॉ. देवेन्द्रा आमेटा, डॉ. पारस जैन, डॉ. सत्यभूषण नागर, चन्दष छतनानी , युवराज सिंह राठोड, सहित प्रोफेसर एवं रीडर उपस्थित थे जिसमें सर्वसम्मति से ये निर्णय लिय गये ः-

-ः ये भी हुए निर्णय ः-

प्रो. जी.एम. मेहता ने बताया कि पूर्व कुलपति प्रो. केके वशिश्ठ को आगामी दिक्षान्त समारोह में डी.लिट. की उपाधि से नवाजा जायेगा । बी.एस.सी एग्रीकल्चर के स्थान पर बी.एस.सी एग्रीकच्लर ओनर्स की डिग्री प्रदान की जायेगी। साथ ही उदयपुर स्कूल ऑफ सोषल वर्क में आन लाईन प्रवेष की प्रक्रिया करने सम्बन्धी तथा एल्युमिनाई को विषेश कक्षा लेने हेतु आमेंत्रित किया जायेगा ।


© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.