कृशि विष्वविद्यालय में मनाया गया अन्तर्राश्ट्रीय योग दिवस

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Published on : 22 Jun, 16 08:06

महाराणा प्रताप कृशि एवं प्रौद्योगिकी विष्वविद्यालय उदयपुर के खेल परिसर में दिनांक २१ जून २०१६ को प्रातः ८.०० से ९.०० बजे तक अन्तर्राश्ट्रीय योग दिवस मनाया गया।

इस अवसर पर विष्वविद्यालय के कार्यक्रम के संयोजक एवं छात्र कल्याण अधिकारी डा. वाई.सी. भट्ट, डा. बी.पी. नन्दवाना, डा. एस.एस. राठोड, डा. जी.एस. तिवारी, डा.विरेन्द्र नेपालिया, डा. आर.सी. पुरोहित ने द्वीप प्रज्वलित कर योग पर आधारित चित्र प्रदर्षनी एवं योग षिविर का षुभारम्भ किया। इस अवसर पर डॉ. वाई. सी. भट्ट ने अपने उदबोधन में योग के महत्व पर अपने विचार रखते हुए योग को मानव के लिए आत्मा, षरीर एवं मस्तिश्क के बहुआयामी विकास हेतु आवष्यक बताया। उन्होने बताया कि दिनांक २२ से २५ जून तक प्रतिदिन विष्वविद्यालय क्रीडा मण्डल परिसर में प्रातः ६.३० से ७.३० बजे तक योग षिविर का आयोजन किया जायेगा जिसमें विष्वविद्यालय के कर्मचारी, उनके परिजन एवं वद्यार्थी योग प्रषिक्षण का लाभ ले सकते है ।

योग प्रषिक्षक संजय दीक्षित व दीपेष वत्स ने भारत सरकार के आयुश मंत्रालय के निर्देषानुसार आयोजित अन्तर्राश्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर विभिन्न प्रकार की योग कि्रयाओं पर प्रकाष डालते हुए बताया कि योग से षरीर, मन, मस्तिश्क एवं हृदय में प्रकृति के साथ एक समअवस्था स्थापित होती है, जिससे स्वस्थ षरीर के साथ ही हमारे कार्य दक्षता में बढोतरी होती है।

सत्र का प्रारम्भ प्रार्थना के साथ हुआ जिसमें योग प्रषिक्षक दीपेष वत्स एवं उनके सहयोगियों के मार्गदर्षन में उपस्थित विष्वविद्यालय के वरिश्ठ अधिकारीगण, प्राघ्यापक, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों ने योग कि्रयाओं का प्रषिक्षण लिया। इस अवसर पर प्रार्थना के पश्चात क्रमष’ ताडासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अर्द्धचक्रासन, भुजंगासन, षलभासन, अर्द्धउश्ट्रासन, षंषकासन, वक्रासन, त्रिकोणासन, पवनमुक्तासन तथा षवासन का अभ्यास करवाया गया। विभिन्न आसनों के पश्चात प्राणायाम का प्रषिक्षण एवं अभ्यास करवाया गया जिसमें कपालभाति, अनुलोम-विलोम एवं भ्रामरी के साथ ही सांभवी ध्यान योग का अभ्यास करवाया गया। सत्र का समापन संकल्प एवं षांति पाठ के साथ हुआ।

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