आर.सी.ए. वार्षिकोत्सव-हरितिमा २०१६ सम्पन्न

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Published on : 06 May, 16 21:05

आर.सी.ए. वार्षिकोत्सव-हरितिमा २०१६ सम्पन्न महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर के संघटक राजस्थान कृषि महाविद्यालय में वार्षिकोत्सव-हरितिमा २०१६ का आयोजन महाविद्यालय परिसर स्थित मुख्य भवन के सामने लॉन में सम्पन्न हुआ ।

इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो० एन.एस. राठौड, उप महानिदेशक (शिक्षा), विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो० यू.एस. शर्मा विशिष्ठ अतिथि, उदयपुर नगर निगम के मेयर श्रीमान् चन्द्र सिंह कोठारी, विशेष अतिथि रहे ।

कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद् के उप महानिदेशक (शिक्षा) प्रोफेसर एन.एस. राठौड ने विद्यार्थियों को कृषि में उज्जवल भविष्य के निमार्ण का मार्ग प्रशस्त करते हुये उन्हें स्टूडेण्ड रेडी रहने का सुझाव दिया । उन्होने बताया कि कृषि में उद्यमितता व दक्षता विकास की सर्वाधिक क्षमता है । अतः कृषि विद्यार्थियों को जॉब सीकर न बनकर जाँब प्रोवाईडर बनना होगा । उन्होने मप्रकृप्रौविवि को आईसीएआर द्वारा एक्रीडेटेशन प्रदान करने एवं कृषि स्नातक अन्तिम वर्ष में विद्यार्थियों को स्टाईफण्ड राशि रूपया ७५०/- से बढा कर रूपया ३,०००/- प्रति माह करने की घोषणा भी की । प्रो० राठौड ने बताया कि भारत सरकार भारतीय प्रशासनिक सेवाओं की भाँति भारतीय कृषि सेवा के नये केडर के निर्माण पर विचार कर रही है ।

मप्रकृप्रौविवि के कुलपति प्रो० शर्मा ने महाविद्यालय के गौरवमयी इतिहास पर प्रकाश डालते हुये विद्यार्थियों के उन्नत भविष्य की कामना की और कहा कि आरसीए के विद्यार्थियों का देश के कृषि विकास में बडा योगदान रहा है उन्होने महाविद्यालय के विद्यार्थियों का विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं व जेआरएफ में उत्कृष्ठ प्रदर्शन के लिये अधिष्ठाता को बधाई दी । उन्होने विश्वविद्यालय में रिक्त पदों पर शीघ्र ही भर्ती के संकेत भी दिये ।


विशेष अतिथि चंद्रसिंह कोठारी ने विद्यार्थियों को न सिर्फ अपने लिये बल्कि समाज व देश के हित में कार्य करने की प्रेरणा दी ।

महाविद्यालय की अधिष्ठाता डाँ० अनिला दोषी ने महाविद्यालय की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुये कहा कि कृषि विद्यार्थियों को किसान से मेहनत, धैर्य, अनिश्चित परिस्थितियों में कार्य करने, जीवन में सन्तोष रखने एवं हमेशा सकारात्मक विचारधारा को सीखने की सलाह दी । सहायक अधिष्ठाता छात्र कल्याण डाँ० अरविन्द वर्मा ने शैक्षणिक वर्ष २०१५-१६ के दौरान महाविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न गतिविधियों में किये गये कार्यो का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया । इस अवसर पर वर्ष २०१५-१६ में शैक्षणिक, खेलकूद, एन.सी.सी., एन.एस.एस. एवं साँस्कृतिक गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु चयनित विद्यार्थियों को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया ।

इस अवसर पर युवा कृषक परिषद् के अध्यक्ष संजय कुमार मीणा ने कार्यक्रम को सम्बोधित किया । महासचिव मोहित कुमार पालीवाल तथा संयुक्त सचिव सुश्री लेखा कालरा ने अतिथियों का स्वागत करते हुये कार्यक्रम में पधारे हेतु सभी का आभार व्यक्त किया ।

सहायक छात्र कल्याण अधिष्ठाता डाँ० वर्मा ने बताया कि इस कार्यक्रम में पारितोषिक वितरण के साथ-साथ साँस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया जिसमें राजस्थानी, वेस्टर्न व फयूजन गीतों व समूह-नृत्यों ने सभी छात्रों को झूमने पर मजबूर कर दिया । इस अवसर पर महाविद्यालय द्वारा प्रकाशित मैंगजीन ‘‘प्रबुद्व कृषक‘ का विमोचन भी किया गया । हरितिमा २०१६ के समन्वयक डाँ० के.बी. शुक्ला ने कार्यक्रम के सफल संचालन में महाविद्यालय द्वारा गठित विभिन्न समिति अध्यक्षों, सदस्यों व कर्मचारियों के प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष सहयोग व टीम भावना से कार्य करने पर सन्तोष व्यक्त करते हुये सभी का आभार व्यक्त किया । कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विभिन्न महाविद्यालयों के अधिष्ठाता, निदेशकों, अधिकारियों, प्राध्यापकों, कर्मचारियों व विद्यार्थियों ने भाग लिया ।

विश्वविद्यालय स्तर पर खेलों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए अभिजीत सिंह शेखावत व सुश्री उर्मिला चौधरी को, सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिमांशुमान व सुरेश गुर्जर तथा शैक्षणिक गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सुश्री दिव्या गौड व सोनाली अग्रवाल को पुरस्कृत किया गया ।

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