आईदान का बास में राज्यपाल का ग्रामवासियों से सीधा संवाद-राज्यपाल

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Published on : 04 May, 16 19:05

ग्रामीण महिलाओं से कहा ’’ मट्ठा हो तो पिला दो ’’

आईदान का बास में राज्यपाल का ग्रामवासियों से सीधा संवाद-राज्यपाल जयपुर, राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री कल्याण सिंह ने कहा है कि हमारा देश गावों का है। उन्होंने कहा कि देश को स्मार्ट बनाने के लिए जरूरी है कि गांवों को स्मार्ट बनाया जाये। इसके लिए सभी को मिल-जुल कर गांवों के समग्र विकास के लिए सकि्रय भागीदारी निभानी होगी।

राज्यपाल श्री सिंह बुधवार को जिले के फुलेरा तहसील के गांव आईदान का बास में ग्रामवासियों से सीधा संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गांव के विकास के लिए प्रत्येक व्यक्ति को साक्षर करना होगा, गांव में सफाई रखनी होगी और भाईचारे का वातावरण बना कर खुशहाली लानी होगी।

कुलाधिपति श्री सिंह ने कहा कि ’’ मैंने अपने हाथों से खेती-बाडी की है। गांव की समस्या और किसानों की पीडा से मैं अच्छी तरह वाफिक हूँ। इसलिए मैंने विश्वविद्यालयों से गांवों को गोद लेकर वहां विकास कार्य करने के लिए कहा है। ’’ उन्होंने मौके पर ही गांव के दस नौजवानों और पांच महिलाओं का अलग-अलग समूह बनाया। यह समूह प्रत्येक माह की पांच तारीख को प्रातः १० बजे गांव की चौपाल पर बैठकर गांव के विकास की चर्चा करेंगे, समस्याओं पर मंथन करेग और गांव के सुदृढ भविष्य के लिए विस्तार से योजना बनायेगें।

राज्यपाल श्री सिंह दो घंटे गांव में रहे। उन्होंने स्वयं ही कार्यक्रम का संचालन किया। सबसे पहले महिलाओं, फिर नौजवानों और अंत में बुजुर्गों से परिचय लिया, समस्या पूछी और निदान का आश्वासन दिया। श्री सिंह ने कहा कि ’’ मैं अपनी मर्यादा जानता हूँ। इसलिए संवैधानिक सीमाओं में रहकर अपना काम कर रहा हूँ। आप लोगों की समस्याएं मैंने सुन ली हैं। आप एक कागज पर एक समस्या लिखकर मुझे दें दे। मैं वकील बनकर आफ कार्यों की राज्य सरकार से पैरवी कंरूगा, ताकि आपकी समस्याओं के समााधान के मार्ग खुल सकें। ’’
श्री सिंह ने गांव को आदर्श बनाने के लिए ग्रामवासियों को पांच सूत्री विकास का फार्मूला दिया। उन्होंने कहा कि गांव को नशा मुक्त, जुआ मुक्त, मुकदमा मुक्त, गंदगी मुक्त और निरक्षरता मुक्त बनाना है। इन कार्यो के लिए गांव के प्रत्येक व्यक्ति को सकि्रय भागीदारी निभानी होगी। इससे गांव में परिवर्तन आयेगा और गांव के सभी घर खुशहाल हो सकेंगे।
राज्यपाल ने गांव की महिलाओं से कहा कि ’’ आप लोग गाय पालती हो तो मुझे आफ यहां का मट्ठा पिला दो। मट्ठा अमृत समान होता है। ’’ राज्यपाल के आग्रह पर गांव की महिलाएं अपने घर से मट्ठा लेकर आई और राज्यपाल श्री सिंह को मट्ठा पिलाया। राज्यपाल ने भी बडे चाव से एक गिलास मट्ठा पिया।
राज्यपाल ने कहा कि लोकतन्त्र में सभी को जागरूक होना चाहिए। महिलाओं की बातो से प्रभावित होकर उन्होंने कहा कि महिलाओं से बात करके उन्हें प्रसन्नता हुई है। कन्याओं को पराया धन नही समझना चाहिए। कन्या तो घर के आगन की मणि होती है।
राज्यपाल श्री सिंह छोटे व सकडे रास्तों से जयपुर से ५० किलोमीटर की दूरी पर स्थित आईदान का बास गांव में पहुँचे। ग्रामवासियों को देखकर राज्यपाल प्रसन्न थे, वही ग्रामवासी भी राज्यपाल को अपने बीच पाकर काफी उत्साहित दिखाई दिये।
गांव की महिलाआंंे और पुरूषों ने राज्यपाल को गांव को राजस्व गांव में बदलने और वहां कॉलेज, औषधालय, बिजली, सडक व पानी की समस्याओं को हल करने की अपील की। राज्यपाल ने सभी की समस्याओं को धैर्य से सुना और ग्रामवासियों को समस्याएं लिखकर भेजने के लिए प्रारूप बताया तथा कहा कि वे इन समस्याओं का शीघ्र निस्तारण करवायेगे।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को दूदू की प्रधान श्रीमती संतोष कडवा और गांव की सरपंच श्रीमती सुमित्रा यादव ने भी सम्बोधित किया। श्री कर्ण नरेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय, जोबनेर के कुलपति प्रोफेसर प्रवीण सिंह राठौड ने गोद लिये गये गांव की जानकारी दी। राज्यपाल को विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित पुस्तिका हाईटेक बागवानी की प्रति कुलपति ने भेट की । इस मौके पर जनप्रतिनिधिगण और राज्य सरकार के अधिकारी सहित गांव के पुरूष, महिला और बच्चे मौजूद थे।


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