मलेरिया मुक्त भारत के लिए पब्लिक-प्राइवेट-पार्टनरशिप की घोषणा

( 13363 बार पढ़ी गयी)
Published on : 27 Apr, 16 09:04

मलेरिया मुक्त भारत के लिए पब्लिक-प्राइवेट-पार्टनरशिप की घोषणा उदयपुर। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर), स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएचएफडब्ल्यू), भारत सरकार, मध्यप्रदेश शासन एवं सनफार्मा (रायटर्सः सनडॉटबीओ, ब्लूमबर्ग ः सनप इन, एनएसई ः सनफार्माए बीएसई ः 524715, सन फार्मास्युटिकल इण्डस्ट्रीज लि. एवं इसकी सहायक कम्पनियों द्वारा मलेरिया मुक्त भारत और निवारक स्वास्थ्य में अन्य नवाचार के लिए भारत की पहली पब्लिक-प्राइवेट-पार्टनरशिप के समझौते की घोषणा की गई।
यह घोषणा डॉ. सौम्या स्वामीनाथन, महानिदेशक-आईसीएमआर, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्रीमती गौरी सिंह मध्यप्रदेश और दिलीप संघवी, प्रबंध निदेशक, सनफार्मा द्वारा निवारक स्वास्थ्य उपायों को बढावा देने में पब्लिक-प्राइवेट क्षेत्र के सहयोग से एक अनूठे प्रयास के रूप में की गई। पब्लिक-प्राइवेट-पार्टनरशिप हितधारक रोग पर निगरानी और निरीक्षण उन्मूलन प्रदान करने के लिए प्रबंधन एवं तकनीकी समितियों की स्थापना के द्वारा संयुक्त रूप से मलेरिया नियंत्रण और उन्मूलन कार्यक्रम को शुरू करेंगे। यह प्रदर्शन परियोजना मध्यप्रदेश के मण्डला में शुरूआत के बाद चरणबद्घ तरीके से लागू की जाएगी। पब्लिक-प्राइवेट-पार्टनरशिप हितधारक मण्डला जिले के 12॰॰ से अधिक गांवों में 3 से 5 साल के अंतराल में मलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम पर अमल करेंगे।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मंत्री जे.पी. नड्डा के अनुसार आईसीएमआर और सनफार्मा के बीच अपनी तरह की यह पहली पब्लिक-प्राइवेट-पार्टनरशिप मलेरिया को खत्म करने के लिए भारत की प्रतिबद्घता को दोहराती है। मलेरिया उन्मूलन प्रदर्शन परियोजना मध्यप्रदेश के एक उच्च संचरण मण्डला जिले में सिद्ध मामले प्रबंधन और वेक्टर नियंत्रण रणनीति के सहयोग और मध्यप्रदेश सरकार के समर्थन के माध्यम से लागू किया जाएगा। आईसीएमआर और सनफार्मा का उद्देश्य मलेरिया के मामले में प्रदर्शन परियोजना के माध्यम से मलेरिया की पुनः शुरूआत की रोकथाम कर मृत्यु दर को कम करना होगा। इस सबक को देश के राष्ट्रीय कार्यक्रम में मलेरिया के उन्मूलन के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, आयुष, भोपाल गैस पुनर्वास, चिकित्सा शिक्षा एवं विधायी कार्य, मध्यप्रदेश सरकार, डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि हम सनफार्मा और आईसीएमआर के साथ सहयोग कर राज्य में मलेरिया के उन्मूलन हेतु उनके प्रयासों को लेकर बहुत खुश है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की डायरेक्टर डॉ. सौम्या स्वामीनाथन के अनुसार मलेरिया उन्मूलन प्रदर्शन परियोजना में आईसीएमआर और सनफार्मा ने साझेदारी की है और हमारे लिए यह एक उच्च प्राथमिकता है। सनफार्मा के प्रबंध निदेशक दिलीप संघवी ने कहा कि हमारी मलेरिया मुक्त भारत की पहल के माध्यम से हम वित्तीय वर्ष 2॰21 तक मध्यप्रदेश के मंडला जिले के 12॰॰ से अधिक गाँवों में हमारा लक्ष्य मलेरिया की शून्य घटनाओं को प्राप्त करने का है। मलेरिया फ्री इंडिया पब्लिक-प्राइवेट-पार्टनरशिप पहल को छह सूत्री लक्ष्यों से नियंत्रित किया जिसमें पहला मंडला जिले में मलेरिया उन्मूलन की व्यवहार्यता का प्रदर्शन। दूसरा शिशुओं, बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं में मलेरिया से होने वाली मौतों की रोकथाम। तीसरा मंडला जिले को मलेरिया मुक्त बनाए रखना। चौथा मौजूदा स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत बनाना। पांचवा मोबाइल आधारित निगरानी प्रणाली प्रस्तुत करना और प्रति राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम (एनवीबीडीसीपी) के दिशा निर्देशों के रूप में मलेरिया के सभी मामलों का इलाज तथा छठा सूचना, शिक्षा एवं संचार उपकरणों का उपयोग करके समुदायों को संगठित करना है।


© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.