‘लाइफ मंत्रास’ का 5000 से भी ज़यादा स्थानों पर एक साथ लोकार्पण

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Published on : 01 Feb, 16 21:02

सुब्रत रॉय सहारा की पुस्तक - ‘लाइफ मंत्रास’ का 5000 से भी ज़यादा स्थानों पर एक साथ लोकार्पण

‘लाइफ मंत्रास’ का 5000 से भी ज़यादा स्थानों पर एक साथ लोकार्पण
उदयपुर। सहारा इंडिया परिवार के मैनेजिंग वर्कर और चेयरमैन सुब्रत रॉय सहारा द्वारा लिखा एक गहन शोध प्रबंधन ‘लाइफ मंत्रास’ का आज लोकार्पण देश-विदेश में फैले सहारा इंडिया परिवार के 5000 कॉर्पोरेट संस्थापनों में एकसाथ भव्य तरीके से किया गया।
‘लाइफ मंत्रास’ उनकी ‘चिन्तन तिहाड से’ पुस्तकत्रयी श्रंखला की तीन पुस्तकों में से पहली पुस्तक है और देश-विदेश के सभी प्रमुख पुस्तक केंद्रों, सभी प्रमुख ऑनलाइन पोर्टल्स पर तथा ई-बुक के रूप में भी उपलब्ध है। इसी श्रंखला में आगे आने वाली पुस्तकें हैं, ‘थिंक विद मी - हाउ टू मेक अवर कंट्री आइडियल’ तथा ‘रिफ्लेक्शन फ्रॉम तिहाड - ए बुक ऑन तिहाड जेल’। इन दोनों पुस्तकों का लोकार्पण भी शीघ्र किया जाएगा।


‘लाइफ मंत्रास’ पुस्तक में सुब्रत रॉय सहारा ने सभी मनुष्यों में निहित मूल प्रवृत्तियों से जुडे मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक पहलुओं का इतने सुंदर और विस्तृत ढंग से वर्णन किया है कि सर्वशक्तिमान द्वारा मनुष्य को प्रदत्त जीवन के नैसर्गिक सौंदर्य के इस दिव्य रहस्य से हम भलीभांति अवगत हो सकें। वह अपने प्राक्कथन में लिखते हैं - ‘‘इस पुस्तक को पढ लेने के बाद आप निश्चित रूप से पूरे विश्वास के साथ महसूस करेंगे कि जीवन में शांति, सच्चा सुख, प्रसन्नता, आत्मसंतोष और संतुष्टि पाने तथा भौतिक उपलब्धियों, सम्मान और प्यार के मामले में निरंतर प्रगतिशील बने रहने के लिए भी आपको इस दुनिया में किसी अन्य पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं है। यह केवल आप पर निर्भर करता है। सब आफ अपने हाथ में है। सुब्रत रॉय सहारा यह भी बताते हैं कि जीवन को सही मायने में सुंदर बनाने के लिए हमें उन मूलभूत सच्चाइयों और मूल प्रवृत्तियों को समझने की जरूरत है, जिन्हें लेकर हम पैदा हुए हैं और जो हम सबके अंदर स्वाभाविक रूप से निहित हैं। इसका बेहतर परिणाम पाने के लिए हर एक को जीवन के मनोवैज्ञानिक या भावनात्मक पहलुओं, दूसरे शब्दों में, जीवन की सच्चाइयों अथवा जीवन के दर्शन को समझना होगा। जैसे-जैसे आप इन ‘लाइफ मंत्रास’ की प्रभावशाली उर्जा में डूबते जाएंगे, आफ अपने अंदर धीरे-धीरे एक बदलाव, एक संतोष-भावना और आत्म प्रेरणा का अनुभव होता दिखाई देगा। आपको इस परम सच्चाई की अनुभूति हो जाएगी कि जीवन यात्रा वास्तव में एक अत्यंत सुखद और उज्ज्वल अनुभव से परिपूर्ण है। वर्तमान में सुब्रत रॉय सहारा बाजार नियामक सेबी के साथ चल रहे एक विवाद के चलते सर्वोच्च न्यायालय की न्यायिक हिरासत में तिहाड जेल में हैं।

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