कलक्टर ने किया जेल का आकस्मिक निरीक्षण

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Published on : 06 Oct, 15 17:10

डूंगरपुर / जिला कलक्टर इंद्रजीत सिंह ने सोमवार रात्रि को जेल का आकस्मिक निरीक्षण किया और यहां पर विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए जेल प्रशासन को महत्त्वपूर्ण निर्देश प्रदान किए।
कलक्टर सिंह अचानक ही रात्रि जेल पहुंचे और संपूर्ण परिसर का निरीक्षण किया। निरीक्षण दौरान जेल उपाधीक्षक अशोक वर्मा नदारद मिले। मौके पर मौजूद हेड कांस्टेबल केशुलाल ने कलक्टर की मौजूदगी में मोबाईल पर जेल उपाधीक्षक को संपर्क करने की कोशिश की परंतु उनका मोबाईल नो रिप्लाई मिला। कलक्टर ने इस पर नाराजगी जताई। इसके बाद हेडकांस्टेबल ने कलक्टर सिंह को संपूर्ण जेल का निरीक्षण करवाया। उन्होंने कारागृह के भीतर और बाहर सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने यहां पर रसोईघर भी देखा और यहां पर भोजन की गुणवत्ता के बारे में जानकारी ली। इस दौरान कैदियों के लिए पेयजल और शौचालय की सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ली और निर्देश दिए कि पेयजल और भोजन की शुद्धता का पूरा खयाल रखा जावें व कोई भी कैदी यदि बीमार हो तो उसे बिना लापरवाही रखे पूरी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जावें।
कैदियों से किया संवाद:
निरीक्षण दौरान कलक्टर ने कैदियों को रखी जाने वाली बैरकों का भी निरीक्षण किया और यहां पर मौजूद कैदियों से जेल की व्यवस्थाओं के बारे में पूछा। सभी कैदियों ने व्यवस्थाओं पर संतुष्टि जताई। इस दौरान कैदियों ने बताया कि यहां पर क्षमता से अधिक कैदी रखे गए हैं। इस पर कलक्टर ने जेल प्रबंधन से नवीन जेल निर्माण के लिए लंबित प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली और पाया कि जेल प्रबंधन द्वारा अभी तक जिला प्रशासन द्वारा जेल के लिए आवंटित जमीन का कब्जा नहीं लिया है। इस पर कलक्टर ने नाराजगी जताई और इस बारे में उच्चाधिकारियों को सूचित करते हुए कार्यवाही के निर्देश दिए।
जेल उपाधीक्षक को नोटिस:
जेल के निरीक्षण दौरान नदारद पाए गए जेल उपाधीक्षक अशोक वर्मा को जिला कलक्टर ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उन्होंने नोटिस में उनके निरीक्षक वक्त अनुपस्थित पाए जाने तथा मोबाईल पर संपर्क करने पर भी जवाब नहीं दिए जाने को गंभीर बताते हुए तीन दिन में स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
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