उदयपुर, मां अपने जुडवां बच्चों को भी एक साथ दुग्धपान करवा सकती है। इससे न केवल बच्चों का शरीरिक वरन् मानसिक विकास भी होगा ओर मां के भी दूध में कमी नहीं आएगी। ये विचार डॉ. देवेन्द्र सरीन ने रोटरी क्लब उदयपुर और गीतांजलि मेडिकल कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में चलाए जा रहे मातृ दुग्धपान सप्ताह के छठें दिन राजस्थान महिला विद्यालय में आयोजित गोष्ठी में व्यक्त किए।
इस अवसर पर डॉ. देवेन्द्र सरीन के सहयोगी चिकित्सक गीतांजलि के डॉ. जितेन्द्र जैन, डॉ. राजीव ने स्तनपान से बच्चों व माताओं को होने वाली सामान्य जानकारी दी। गोष्ठी में आगंतुकों का स्वागत शाला प्राचार्य नलिनी जोशी ने किया।
क्लब अध्यक्ष गजेन्द्र जोधावत ने मातृ दुग्धपान की उपयोगिता को सर्वोपरि बताया। रोटरी सर्विस ट्रस्ट के निदेशक सुरेश सिसोदिया ने मातृदुग्धपान को व्यापक तौर पर प्रचारित में सहयोग का आव्हान किया। इस अवसर पर बालिकाओं द्वारा मातृ दुग्धपान संबंधी पोस्टरों का प्रदर्शन किया। मातृ दुग्धपान सम्बन्धी प्रश्नोत्तरी के सही उत्तर देने वाली विजेता बालिकाओं अंजू कुमारी जिंदल, साक्षी झाला, स्नेहलता कुमावत, उजमा बानू, कामिनी धुपिया, निकिता शर्मा, भावना तथा पोस्टर मेकिंग में आशा सैनी, मनीशा सालवी, पुष्पा मेघवाल व निशा वर्मा को पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर क्लब की ओर से मातृ दुग्धपान जनसमुदाय की जागरूकता हेतु रचित पोस्टर एवं पेम्फलेट शाला प्राचार्य को भेंट किए गए। धन्यवाद क्लब सचिव सुभाष सिंघवी ने दिया। इस अवसर पर विषेष रूप से सहायक प्रांतपाल पीएल पुजारी, इनरव्हील क्लब अध्यक्ष पुष्पा सेठ, रेखा भाणावत, सुरजीत छाबडा, सुंदरी छतवानी भी मौजूद रहे।
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