डा. कलाम की स्मृति में ‘सर्व धर्म श्रद्धान्जली सभा’ का आयोजन

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Published on : 02 Aug, 15 19:08

डा. कलाम की स्मृति में ‘सर्व धर्म श्रद्धान्जली सभा’ का आयोजन  नई दिल्ली, भारत के पूर्व राष्ट्रपति डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की पुण्य स्मृति में ‘सर्व धर्म श्रद्धान्जली सभा’ का आयोजन कान्सटीट्युशन क्लब नई दिल्ली में आचार्य डा. लोकेश मुनि के सान्निध्य में किया गया जिसमे सभी धर्मो के प्रमुख धर्मगुरुओं ने डा. कलाम को श्रद्धान्जली दी| सभा में डा. कलाम के सलाहकार श्री सृजन पाल सिंह ने डा. कलाम के साथ अंतिम क्षणों के संस्मरण सुना कर उपस्थित विशाल जनसमूह को भाव विभोर कर दिया | सभा का आयोजन अहिंसा विश्व भारती, अहिंसा फाउंडेशन, विश्व अहिंसा संघ, राजस्थान मित्र परिषद्, राजस्थान संस्था संघ, सहयोग दिल्ली व रचनात्मक मंच द्वारा किया गया था|
अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक प्रख्यात जैनाचार्य आचार्य डा. लोकेश मुनि ने इस अवसर पर डा. कलाम की यादगार पंक्तियाँ ‘सपने वो नहीं जो आप सोने के बाद देखते है, सपने वो है जो आपको सोने नहीं देते’ का उल्लेख करते हुए कहा कि डा. कलाम लाखों बच्चों और युवाओं में ऊँचे सपने देखने व उनकों साकार करने का जज्बा पैदा किया| उन्होंने कहा कि डा. कलाम वैज्ञानिक से ज्यादा आध्यात्मिक थे| वे इस युग के अध्यात्म व विज्ञान के समन्वयक पुरुष भी कहे जा सकतें है|
भृगु फाउंडेशन के संस्थापक गोस्वामी सुशील जी महाराज ने कहा कि वो जनता के राष्ट्रपति थे उन्होंने राष्ट्रपति भवन के द्वार जनता के लिए खोलकर जनसाधारण से संवाद स्थापित किया था | मुस्लिम धर्म से मौलाना कल्बे रूसद रिज़वी ने कहा कि वो मानव धर्म में विश्वास रखते थे| डा. कलाम मानते थे कि इन्सान पहले इन्सान है बाद में हिन्दू या मुस्लमान है |विश्व अहिंसा संघ के संचालक श्री विवेक मुनि जी महाराज डा. कलाम को श्रद्धान्जली देते हुए कहा कि उन्होंने एक वैज्ञानिक होने के साथ समाज को अहिंसा, शांति व सद्भावना के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी| यहूदी पंथ के गुरु ईसाई कल मालेकर ने कहा कि वो सर्व धर्म सद्भाव में विश्वास रखते थे, उन्होंने सभी धर्मों में श्रेष्ठ काम करने वालों को प्रोत्साहित किया | बहाई धर्म से श्री ए.के. मर्चेंट ने अपने उद्बोधन में कहा कि वे जितने बड़े विद्वान थे उतने भी विनम्र ह्रदय भी थे| उन्होंने अनेक रूडिवादी परम्पराओं को ख़त्म किया था| सिख धर्म से श्री जी.एस. चीमा ने कहा कि वो सदैव प्रयासरत रहते थे कि विश्व को कैसे बेहतर रहने लायक जगह बने जाये| उन्होंने भारत के लिए विज़न 2020 का सपना दिखाया था |
ईसाई धर्म से फादर बिंटू व बौद्ध धर्म से लामा ने सर्वधर्म प्रार्थना प्रस्तुत की|जमात इ हिन्द के सचिव मोहम्मद अहमद व आचार्य शैलेश तिवारी ने सभा मेंअपन विचा व्यक्त किये | श्रीमती सुधामई रघुनाथन ने डा. कलाम के जीवन के प्रेरक प्रसंग सुनाये| अहिंसा फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री ए.के. जैन ने डा. कलाम का जीवन परिचय प्रस्तुत किया| धन्यवाद ज्ञापन श्री वीरेन्द्र मेहता ने दिया| श्रीमती नीलम संघवी के श्रद्धान्जली भजन से सभा का आरंभ हुआ|

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