दलित अत्याचार निवारण समिति का आंदोलन

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Published on : 13 Jul, 15 09:07

बाडमेर, बाडमेर जिले में दलितों पर उत्पीडन के मामलों में पुलिस द्वारा दोषिय के खिलाफ कार्यवाही नहीं किये जाने के विरोध में दलित अत्याचार निवारण समिति सोमवार से जिला मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना देने के साथ आंदोलन शुरू करेगी। इस दौरान पीडत पक्ष भी धरने पर बैठेगा। इस संबंध में समिति के संयोजक ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर आरोपियों की गिरफतारी की मांग की।
दलित अत्याचार निवारण समिति के संयोजक उदाराम मेघवाल ने बताया कि बाडमेर जिले में दलितों विशेषकर महिला उत्पीडन के मामलों में आरोपियों के गिरफतारी के लिए मुख्यमंत्री के नाम कुछ दिन पूर्व जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा गया था। इसमें आरोपियों के गिरफतारी नहीं होने पर अनिश्चितकालीन धरने की चेतावनी दी गई थी। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक को भी व्यक्तिशः मिलकर एवं ज्ञापन देकर कार्यवाही का अनुरोध किया गया था। इसके उपरांत भी इन मामलों के दोषियों की अभी तक गिरफतारी नहीं हो पाई है। इसको लेकर अनुसूचित जाति जन जाति समुदाय में रोष व्याप्त है। ऐसे मामलों में त्वरित न्याय नहीं मिलने एवं दोषियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं होने से इस तरह के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। मेघवाल ने बताया कि पुलिस के इस रवैये से दलित समुदाय मे जबरदस्त आका्रेश व्याप्त हैं। मेघवाल ने जैसलमेर में आरटीआई कार्यकर्ता अध्यापक बाबूराम चौहान का अपहरण कर कातिलाना हमला कर हाथ पैर तोडने की निंदा करते हुए मुल्जिमों की तत्काल गिरफतारी की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की सरकार आने के बाद दलितों पर अत्याचार की घटनाओं में लगातार बढोतरी हो रही है। बाडमेर जिला भी इससे अछूता नहीं है, लगातार बलात्कार, अपहरण, मारपीट, कातिलाना हमलों की घटनाएं सामने आ रही है।


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