शिक्षा के साथ कौशल विकास को जोडने की प्रमुख आवश्यकताः-मुख्यमंत्री

( 6201 बार पढ़ी गयी)
Published on : 24 May, 15 07:05

शिक्षा के साथ कौशल विकास को जोडने की प्रमुख आवश्यकताः-मुख्यमंत्री
देवीसिंह बडगूजर जोधपुर, मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि शिक्षा के साथ कौशल विकास को जोडने की वर्तमान समय की सबसे बडी आवश्यकता है। सभी समाजों के शिक्षण संस्थानों में रोजगारोन्मुखी शिक्षा एवं कौशल विकास की व्यवस्था शुरू हो जाए तो रोजगार के अवसर बढेगे और राजस्थान भी आगे बढेगा।


श्रीमती राजे शनिवार को जोधपुर जिले के बडली गांव में खेतेश्वर स्मृति शिक्षण संस्थान के छात्रावास भवन का उद्घाटन करने के बाद आयोजित समारोह को संबोधित कर रही थी। मुख्यमंत्री ने 11 करोड 80 लाख रूपये की लागत से निर्मित छात्रावास भवन का फीता काटकर उद्घाटन कर अवलोकन किया। उन्होंने संत खेतेश्वर महाराज के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन करने के बाद नाम पट्टिका का अनावरण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कौशल विकास का महत्व ज्यादा हो गया है। राजपुरोहित समाज के साथ अन्य सभी समाज की संस्थाएं अपने शिक्षण संस्थानों में शिक्षा के साथ कौशल विकास को जोड सकते है और यह जरूरी भी हो गया है। सरकार भी इस कार्य में समाजों के साथ जुड सकती है। इस दिशा में कदम उठाने की आवश्यकता है। उन्होंनें कहा कि बेरोजगारों व महिलाओं को स्कील डवलपमेंट के साथ जोडना चाहिए। कौशल विकास का लाभ अधिकाधिक लोगों तक पहुंचाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा से ही राजस्थान का चहुंमुखी विकास होगा और हमने इसे प्रमुखता के साथ रखने की कोशिश भी की है। विद्यालयों की शिक्षा के साथ-साथ कौशल विकास का भी काम चल रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार इसके लिए मजबूती से काम कर रही है। शिक्षण संस्थान अगर पी पी पी मॅाडल पर काम करें तो आई टी आई और अन्य कौशल विकास उद्यमिता भी साथ साथ विकसित होगा। उन्होंने कहा कि हमारी मंशा है कि हर ग्राम पंचायत तक एक से बारहवीं कक्षा तक शिक्षा के साथ कंप्यूटर शिक्षा, विज्ञान व आर्टस एवं खेलों के मैदान भी विकसित हो। यह कार्य राज्य की नौ हजार ग्राम पंचायत तक किया जाएगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने बालिका शिक्षा पर भी बल देते हुए कहा कि इससे एक नहीं दो परिवार शिक्षित होते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने भी बालिकाओं के लिए कई योजनाएं लागू की है।
विशिष्ट अतिथि जिला प्रभारी उद्योग मंत्री गजेन्द्रसिंह खींवसर ने कहा कि समाज को आगे बढाने की जरूरत है। समाज कैसे आगे बढे यह सोचने के साथ सब मिलजुलकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि सरकार भी समाजों के अच्छे कार्यो में सदैव साथ है। संासद गजेन्द्रसिंह शेखावत ने राजपुरोहित समाज ने पूर्व शासकों के मार्गदर्शन करने के कार्य पर चर्चा की। आहोर विधायक शंकरसिंह राजपुरोहित ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
प्रारंभ में खेतेश्वर स्मृति शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष बाघसिंह शिवतालान ने संस्थान की शिक्षण गतिविधियों पर प्रकाश डाला। वरिष्ठ उपाध्यक्ष रामचन्द्रसिंह राजपुरोहित ने स्वागत भाषण में बताया कि नवनिर्मित छात्रावास में एक सौ कमरों में विद्यार्थियों के रहने की सुविधा है। उन्होंने शिक्षण संस्थानों के श्रेष्ठ परिणामों के बारें में जानकारी दी। इससे पूर्व मुख्यमंत्री को चूंदडी की साडी भेंट की गई तथा अन्य अतिथियों का स्वागत किया। समारोह में निर्मलदास व ध्यानाराम महाराज भी उपस्थित थे। संत तुलछा राम महाराज के सानिध्य में हुए समारोह में विधि राज्य मंत्री अर्जुनलाल गर्ग, राज्य सभा सदस्य नारायण पंचारिया, विधायक सूर्यकंाता व्यास, जोगाराम पटेल, पब्बाराम विश्नोई, भैराराम सियाग, बाबूसिंह राठौड व कैलाश भंसाली, जिला प्रमुख पूनाराम चौधरी, महापौर घनश्याम ओझा, केन्द्रीय ऊन बोर्ड के अध्यक्ष जसवंतसिंह विश्नोई एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.