नेरी पॉवर हॉउस का एक बड़ा घोटाला सामने आया

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Published on : 20 May, 15 22:05

नेरी पॉवर हॉउस का एक बड़ा घोटाला सामने आया रामजी मिश्र मित्रउत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के नेरी पॉवर हॉउस का एक बड़ा घोटाला सामने आया है। एक तरफ जहाँ लोगों को इस फीडर से भ्रामक जानकारी मिलती रहीं वहीँ हकीकत उन जानकारियों से कहीं अलग थी। सीतापुर जिले के नेरी फीडर में कहा कुछ जाता रहा और लिखा कुछ जाता रहा। पूरा मामला जानकर आप दंग रह जाएंगे। दरअसल इस पावर हॉउस से सात फीडर चलाये जा रहे हैं। सातों फीडरों में से छह फीडरों से बिजली की अब तक अंधाधुंध कटौती की जाती रही है। सबसे अधिक बदतर दशा बड़ागाव फीडर की रही यहाँ पर पड़ने वाले गाँवों को चौबीस से अड़तालीस घंटो में महज दो से चार घण्टे ही बिजली मिल सकी। इस सम्बन्ध में जब जब पॉवर हॉउस या अधिकारियों से बात की जाती तब तब उनके बहाने ही सुनना हाँथ लगते। यहाँ से मिलने वाले जवाब में फॉल्ट है, ओवर लोड है, तार टूट गया, मेन में नहीं है, हवा अधिक चल रही है (गर्मियों में चलने वाली लूँ), लोड आ रहा है ठण्ढक अधिक होने से, रोस्टिंग चल रही है आदि। जनता जब बहुत परेशान होती तो कहा जाता ऊपर से ही बिजली नहीं है क्या किया जाए। इस सम्बन्ध में जब अधिकारीयों से बात की गयी तो पोल खुलनी शुरू हो गयी। जे ई एस आर सैनी का कहना था कि उनके रिकॉर्ड कंप्लीट हैं लोगों को दस घंटे बिजली दी जा रही है। जब लोगों से बात की गयी तो उनमे इस मामले में बहुत आक्रोश देखा गया। कई लोग अपना कनेक्सन ही कटवा देना चाह रहे हैं। इधर जब उक्त मामले में पावर हॉउस बात की गयी तो वहां तैनात कर्मचारी मुकेश ने जे ई की बात का खंडन कर दिया उसके अनुसार उक्त पॉवर हॉउस से महोली तहसील को बिजली दी जाती है जिसके कारण वहां अधिक बिजली दी जाती है। अन्य फीडरों की लाईट बंद रहने की बात पर जे ई के आदेश को बताया गया। सुबह जब अगली शिफ्ट में बात की गयी तो पावर हॉउस के जवाब में बदलाव आ गया था वहां से भी दस घंटे बिजली दिए जाने की बात रजिस्टर पर नोट होने की बात कही गयी। विद्युत विभाग के इन विरोधाभासी बयानों के बीच अधिशासी अभियंता आर बी यादव ने बताया बिजली सबको बराबर नियम से दी जाए इसके लिए उन्होंने प्रयास किया था वह इसे देखेंगे क्या मामला है बिलकुल चिंता न की जाए। इधर मामला सबसे हास्यास्पद तब रहा जब बड़ागॉव फीडर पर मंगलवार रात 12 बजे तार टूट गए जो कि बुधवार दिन में 10 बजे तक जोड़े जाते रहे। आपको जानकर हैरानी होगी नेरी पॉवर हॉउस के अनुसार इस समय बड़ागाव फीडर को सप्लाई दी जाती रही। यह मामला लगभग कई सालों से चल रहा है। इसी तरह यह कागजी बिजली कई दिनों से धड़ल्ले से चल रही है। यह सप्लाई के रजिस्टर ऊपर तक जाते हैं और फिर उसी के अनुसार बिजली पर खर्चा दिखाया जाता है जब्कि यह सिर्फ कागजी बिजली होती है हकीकत में जनता के साथ खुले आम ठगी हो रही है।
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