नौ मंदिरों पर चढ़ाई ध्वजा

( 7395 बार पढ़ी गयी)
Published on : 26 Apr, 15 11:04

प्रतापगढ़, छोटी सादड़ी प्रसिद्ध प्राकट्स्थल बाबा रामदेव मंदिर परिसर में शनिवार को कथावाचक संत लक्ष्या नंद महाराज ने श्रीमद भागवत गीता के अंतिम अध्याय का वाचन किया। उन्हाेंने कहा कि भागवत गीता जैसे ग्रंथ ही हमारी संस्कृति के आधार है।
मनुष्य को जीवन में अहंकार त्याग कर धर्म के मार्ग पर चलना चाहिए, जिससे स्वत: ही मोक्ष के द्वार खुल जाते है। साथ ही यह भी कहा कि मनुष्य को जीवन में सत कर्म करने चाहिए दीन दुखियों की सेवा करनी चाहिए। इस मौके पर शनिवार सुबह पंच कुंडीय हवन में आहुतियां देते हुए, नौ मंदिरों पर कलश ध्वजा चढ़ाई गई। स्वर्ण कलश ध्वजारोहण का लाभ गेहरीलाल जणवा ने, ध्वज दंड का लाभ भैरूलाल ने, केसरिया ध्वज चढ़ाने का लाभ माणक लाल जणवा, हनुमान मंदिर पर ध्वजा चढ़ाने का लाभ भगतराम कुमावत ने, राम मंदिर पर ध्वजा का लाभ रामेश्वर जणवा, विश्वकर्मा मंदिर पर ध्वजा का लाभ ईश्वरलाल कुमावत, शिव परिवार के लाभार्थी मोडीराम कुमावत, डाली बाई मंदिर के लाभार्थी मांगी बाई कुमावत, प्रहलाद जणवा, शंकरलाल जणवा, मोडीराम कुमावत, रामचंद्र जणवा ध्वजा स्वर्ण कलश के लाभार्थी बने। मंदिर पर स्वर्ण कलश ध्वजा चढ़ाने के दौरान पूरा माहौल धर्ममय हो गया।
© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.