पंचायत राज सशक्तीकरण पुरस्कार से नवाजा गया

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Published on : 24 Apr, 15 22:04

नई दिल्ली, राष्ट्रीय पंचायत राज दिवस पर नई दिल्ली के विज्ञान भवन में प्रधानमंत्राी श्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में आयोजित भव्य समारोह में राजस्थान की आठ पंचायत राज संस्थाओं को पंचायत राज सशक्तीकरण पुरस्कार में सम्मानित किया गया।
केंद्रीय पंचायतराज मंत्राी श्री चौधरी वीरेन्द्र सिंह ने यह पुरस्कार वितरीत किए। समारोह में केंद्रीय पंचायत राज राज्यमंत्राी श्री निहालचंद भी मौजूद थे।
राजस्थान से उदयपुर जिला परिषद के जिला प्रमुख श्री शांति लाल मेघवाल के साथ ही जोधपुर जिले की बिलाडा पंचायत समिति और बांरा जिले की अंता पंचायत समिति को पंचायत राज सशक्तीकरण सम्मान पुरस्कार प्रदान किए गये।
इसके साथ ही डूंगरपुर जिले की आसपुर, सीकर जिले की मूंडियावास, जयपुर जिले की कालथ, बाड़मेर जिले की हरवाड़ी और कोटा जिले की कोटसुआ ग्राम पंचायतों को भी पंचायत राज में अच्छा कार्य करने के लिए सम्मानित किया गया।
पंचायत राज में सुधारों की दृष्टि से राजस्थान अव्वल: पंचायत राजमंत्राी श्री सुरेंद्र गोयल
इस अवसर पर बोलते हुए राजस्थान के पंचायत राजमंत्राी श्री सुरेंद्र गोयल ने बताया कि पंचायत राज की शुरूआत से ही राजस्थान का अहमं योगदान रहा है।
उन्होने बताया कि मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुंधरा राजे की पहल पर राजस्थान ने देश भर में सबसे पहले पंचायतराज चुनावों में न्यूनतम शिक्षा की अनिवार्यता को लागू कर एक मिसाल कायम की गई है। जिसके फलस्वरूप इस बार पंचायत राज चुनावों में बढ़ी संख्या में स्नातक, स्नातकोत्तर पढ़े लिखे युवक-युवतियाँ चुनाव जीत कर आई है। पंचायत राज के सशक्तिकरण की दिशा में यह पहल मील का साबित होगी ऐसा विश्वास है। इसी प्रकार चुनाव लड़ने वाले प्रत्याक्षी के घर पर स्वच्छ शौचालय होने की शर्त को भी राजस्थान में ही सबसे पहले लागू किया गया है। दो से अधिक संतान होने वाले प्रत्याक्षी को चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित करने में भी राजस्थान ही देश में सबसे अग्रणी राज्य रहा है।

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