बाल विवाह रोकथाम एवं उन्मूलन विषयक कार्यशाला आयोजित

( 6719 बार पढ़ी गयी)
Published on : 21 Apr, 15 09:04

उदयपुर,महिला अधिकारिता विभाग एवं आसरा विकास संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आखातीज के मद्देनजर बाल विवाह रोकथाम एवं उन्मूलन विषय पर सोमवार को सुबह 11 बजे एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत में कार्यक्रम अधिकारी महिला अधिकारिता श्रीमती रश्मि कौशिश ने इस कार्यशाला के उद्देश्य से अवगत कराते हुए बाल विवाह रोकथाम में महिला एवं बाल विकास विभाग की भूमिका से भी आगन्तुकों को परिचित कराया तथा बताया कि राजस्थान में महिलाओं की विवाह की औसत आयु लगभग 17 साल 7 महिने हैं जो पूरे भारतवर्ष की महिलाओं की विवाह की औसत आयु से काफी कम है। श्रीमती कौशिश ने बताया कि जिला स्तर पर तथा तहसील स्तर पर बाल विवाह रोकथाम हेतु कन्ट्रोल रूम की स्थापना भी की गयी है। अति. जिला कलक्टर श्री देवासी ने सालभर में 12 अबूझ सावों पर बाल विवाह होने की सम्भावना पर सभी को चेताया तथा खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में यह समस्या अधिक जटिल है इसका कारण अशिक्षा तथा गरीबी है।
पुलिस उपअधीक्षक श्रीमती रानूशर्मा ने सभी को बाल विवाह रोकने में पुलिस की भूमिका से अवगत कराया तथा बताया कि यदि कहीं बाल विवाह की सम्भावना हो तो फोन नम्बर 100 पर पुलिस को तुरन्त सूचित करें ताकि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं साथिनों एवं सभी लोकसेवकों को चेताया जा सके कि वे अपनी भूमिका का निर्वहन गम्भीरता से करें। प्रोटोकोल अधिकारी पुष्पेन्द्र सिंह शेखावत ने अपने कार्यकाल के दौरान बाल विवाह सम्बन्धी अपने अनुभवों से सभी को परिचित कराया । बाल संरक्षण इकाई सदस्य श्री धाकड़ ने बताया कि चाइल्ड लाईन के फोन नम्बर 1098 पर भी बाल विवाह की सूचना दी जा सकती है। इसके अलावा कार्यशाला में बाल विवाह सम्बन्धी कानूनी प्रावधानों एवं उसके सामाजिक, शारीरिक व आर्थिक नुकसानों से भी अवगत कराया गया।
कार्यशाला का उद्घाटन अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) मनवीर सिंह अत्री ने एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) छोगाराम देवासी ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला प्रमुख शान्तिलाल मेघवाल ने की। कार्यक्रम में पुलिस उप अधीक्षक श्रीमती रानुशर्मा एवं प्रोटोकोल अधिकारी पुष्पेन्द्र सिंह शेखावत भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन आसरा विकास संस्थान के संस्थापक भोजराज ने पधारे हुए सभी प्रचेताओं, महिला पर्यवेक्षकों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, साथिनों और स्वयं सहायता समूह की महिलाओं एवं अन्य स्वयंसेवी संगठनों का आभार प्रकट किया।
© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.