कमठा मजदूर यूनियन

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Published on : 18 Apr, 15 18:04

कमठा मजदूर यूनियन बाडमेर , कमठा मजदूर यूनियन बाडमेर द्वारा खाद्य सुरक्षा की पात्र्ता वाले परिवारों को राशन सामग्री से वंचित करने के विरोध में जिला कलेक्टर कार्यालय बाडमेर के सामने दिये जा रहे धरना स्थल पर तहसीलदार बाडमेर ब्रजमोहन मीणा ने पहुंचकर मुख्यमंत्री व खाद्य मंत्री के नाम का ज्ञापन लिया। सवेरे से कमठा मजदूर यूनियन बाडमेर के कार्यकर्ता सैकडों की तादाद में धरना स्थल पर पहुंचे धरने को सम्बोधित करते हुए कमठा मजदूर यूनियन बाडमेर के अध्यक्ष लक्ष्मण बडेरा ने कहा कि खाद्य सुरक्षा की पात्र्ता वाले परिवारों को जानबूझकर राशन सामग्री से वंचित किया जा रहा है। जिससे पूरे जिले में हाहाकार मचा हुआ है। नगर परिषद क्षैत्र् बाडमेर में 53 प्रतिशत परिवारों के चयन की जगह मात्र् 3 प्रतिशत परिवारों का नगर परिषद ने सर्वे करके मजदूर वर्ग के हितों पर कुठाराघात किया है। मजदूर नेता लक्ष्मण बडेरा ने कहा कि 02.03.15 को रैली निकालकर प्रशासन व सरकार का ध्यान राशन सामग्री मजदूर वर्ग को दिलाने के तरफ आकर्षित किया था उसके बाद राज्य सरकार व खाद्य व नागरिक आपूर्ति विभाग के उच्चाधिकारियों को ज्ञापन दकर बताया कि बाडमेर जिले में पंजीकृत निर्माण श्रमिक, घरेलू श्रमिकों, स्ट्रीट वेंण्डर व गैर सरकारी सफाई कर्मचारी व कचरा बीनने वाले, घुमन्तु व अर्द्ध घुमन्तु परिवार, गाडया लौहार, भेडपालक, वनवासी, जोगी, सपेरा, बागरिया, गवारिया व एकल नारी, विधवा व तलाकशुदा, वृद्धजन, कुष्ठरोग पिडत परिवारों को सरकारी आदेश के बावजूद भी सर्वे में शामिल नहीं करके गरीब मजदूर वर्ग को भूखों मरने को मजबूर कर दिया है। इस कारण कमठा मजदूर यूनियन ने सरकार व प्रशासन को अवगत कराया है कि खाद्य सुरक्षा गारंटी अधिनियम की पात्र्ता रखने वाले परिवारों को वंचित नहीं किया जाये मगर किसी भी स्तर पर मजदूर वर्ग को राशन सामग्री उपलब्ध नहीं करवाई जा रही है। इस कारण सरकार व प्रशासन के प्रति भारी रोष है।


धरने को सम्बोधित करते हुए महामंत्री नारायणसिंह दईया ने कहा कि विधवा महिलाओं को राशन सामग्री नहीं मिलने से सरकार की छवि धूमिल हो रही है। उपाध्यक्ष मोडाराम जोगी ने कहा कि जोगी समाज अत्यंन्त गरीब है व बस्ती पर जीवन यापन करने वाले परिवारों को वंचित कर भुखों मरने को मजबूर कर दिया है। गाडया लौहार समाज के अध्यक्ष बाबूलाल ने कहा कि 500 वर्षो से पीडत गाडया लौहारों को खाद्य सुरक्षा में शामिल नहीं करके गाडया लौहारों के साथ भारी कुठाराघात किया है। उपाध्यक्ष मुराद खान ने कहा कि सरकार मजदूर हितों की रक्षा करने में विफल रही है। पलम्बर ऐसोसिएशन के अध्यक्ष भंवरलाल भाटी ने कहा कि बाडमेर के एक भी स्ट्रीट वेण्डर को गेह नहीं देना दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रहलाद राईका संगठन मंत्री ने कहा कि जिले में दो लाख से ज्याद परिवार भेडपालक है मगर खाद्य सुरक्षा से वंचित करके भेडपालकों को भुखें मरने को मजबूर कर दिया है। प्रसार मंत्री श्यामलाल सुवासिया ने कहा कि सरकार को तत्काल श्रमिक हितों में कदम उठाना चाहिए। अंकेक्षक भोमाराम गोसाई ने कहा कि बाडमेर जिले के 21 हजार पंजीकृत निर्माण श्रमिकों को सर्वे सूची में शामिल नहीं करके सरकारी आदेशों की धज्जीया उडा दी है। संगठन मंत्री लाधूराम माली ने कहा कि गरीब मजदूरों का राशन नहीं देने से गरीबों पर अत्याचार हो रहा है। सैकडों की संख्या में शामिल महिला व पुरूष श्रमिकों ने खाद्य सुरक्षा से वंचित करने की कडे शब्दों में निन्दा की है तथा सभी ने सकल्प लिया कि यदि खाद्य सुरक्षा गारंटी अधिनियम की पात्र्ता रखने वाले परिवारों को राशन नहीं दिया तो आंदोलन ओर तेज किया जायेगा।

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