घरेलू नुस्खें दिलाएंगे बड़ी समस्याओं से निजात

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Published on : 17 Apr, 15 07:04

हेल्थ डेस्क । कहा जाता है कि उपचार से बेहतर किसी बीमारी को रोकथाम करना होता है। कुछ घरेलू नुस्खे अपनाकर सामान्य तकलीफों से लेकर स्वाइन फ्लू जैसी घातक बीमारी से बचा जा सकता है। घरेलू लेकिन लाभदायक नुस्खे को अपनाकर बड़ी से बड़ी बिमारियों से बचाव संभव है। आइए जानते है इन उपयोगी नुस्खों के बारे में:

1. स्वाइन फ्लू

स्वाइन फ्लू व अन्य मौसमी बुखार का प्रभावी इलाज है काढ़ा। काढ़ा बनाने के लिए दस पत्ते तुलसी, दस पत्ते पौदीना, दस साबुत काली मिर्च, एक लौंग, 1 छोटा टुकड़ा दाल चीनी, 1 पीपल छोटी, 2 कप पानी में उबालें। जब एक कप रह जाए तो छान कर पीएं। पांच दिन तक यह काढ़ा पीएं। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।

2. शुगर

पनीर के पूल, मैथी दाना, सौंफ व वॉवडिंग का मिश्रण बासी मुंह आधा चम्म्च पानी के साथ रोज सुबह बासी मुंह सेवन करने से शुगर जड से खत्म हो जाएगा। ऐसा नियमित रूप से 5 महीने करें।

3. घुटने का दर्द

इस समस्या से निजात पाने के लिए नागौरी स्कंद्ध, सूरजान कड़ी, गौंद इसका निश्चित मात्रा में मिश्रण बनाकर दूध के साथ रात को सोते समय सेवन करने से दोनों बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है। इसके अलावा नमक और पानी का सेक करना चाहिए।

4. कॉलेस्ट्रोल और हार्ट प्रॉब्लम

इस बीमारी से ग्रसित होने पर दाल-चीनी पाउडर दो ग्राम, दो कप पानी में ऊबाल लें, जब वह एक कप रह जाए तो छानकर इसमें आधा चम्मच शहद व पांच बूंद नींबू का रस मिलाकर सुबह खाली पेट चालीस दिन तक सेवन करने से दोनों बीमारियों से आराम मिलेगा।

5. आंखों की समस्या

50 ग्रामी काली मिर्च, 100 ग्राम मिश्री इन दोनों को मिलाकर देसी घी में उसकी चटनी बना लें और सुबह-शाम दो-दो अंगुली चाटें। ऐसा करने के चालीस दिन बाद नजर का चश्मा हट जाएगा।
दूसरी विधि: सूखा आंवला 25 ग्राम रात को एक गिलास पानी में भिगो दें, सुबह कपड़े से छानकर उसमें दो चम्मच गुलाबजल डालकर आंखों को धो लें।

6. बच्चों का बिस्तर गीला करना
50 ग्राम गुड, 10 ग्राम काले तिल, 10 ग्राम अजवाइन। इसमें अजवाइन और तिल को पीसकर गुड़ में मिलाना है। बाद में चने के आकार की गोली बनाकर दिन में दो बार बच्चों को खिलाना है। इससे उनकी बिस्तर में पेशाब करने की समस्या दूर होगी।

7. थॉयराइड:

थॉयराइड: थॉयराइड दो प्रकार की होती है। इसमें एक में व्यक्ति मोटा हो जाता है तो दूसरे में पतला हो जाता है। थॉयराइड गले में होती है।
थॉयराइड (1) 50 ग्राम शुद्ध देसी घी, एक रति (1 ग्राम) हल्दी दोनों को मिलाकर गर्म कर लें। ठंडा होने पर हाथ में लेकर मिश्रण से गले की मसाज करनी है।
(2) मुलेठी पाउडर और बहीड़े का पाउडर दोनों को समान मात्रा में मिलाकर पानी डालकर गोलियां बना लें। जिन्हें दिन में सुबह-शाम दो-दो चूसनी है।
(3) सुबह खाली पेट कसरत करनी है। इस कसरत में जमीन पर पेट के बल लेटना है और हाथ को आगे की ओर करके गर्दन को पांच बार नीचे ऊपर करना है। बाद में दोनों हाथों को पीछे ले जाकर फिर गर्दन को पांच बार ऊपर नीचे करना है। लेटे-लेटे ही दोनों हाथ को कूल्हे पर रखना है और फिर वहीं प्रक्रिया अपनाते हुए गर्दन को पांच बार ऊपर नीचे करना है। यह कसरत तीन दिन तक करनी है। इसके बाद आप खुद ही महसूस करेंगे कि थॉयराइड खत्म हो जाएगी, जो मरीज अगर एलोपैथी की दवा ले रहे हैं तो वह भी कुछ समय बाद बंद कर सकते हैं।

8. माइग्रेन:

माइग्रेन से छुटकारा पाने के लिए मरीज को खसखस (100 ग्राम), पिस्ता (50 ग्राम), धनिया (50 ग्राम) का मगज (आधा कूटा हुआ धनिया), छोटी इलायची (25 ग्राम) पाउडर सभी का मिश्रण करके एक चम्मच सुबह एक चम्मच शाम को चबाकर खाने के बाद दूध पीना है। इससे माइग्रेन ठीक होगा वहीं यह इलाज बच्चों की स्मरण शक्ति को बढ़ाने के लिए भी कारगर है।
(2) पांच किलो साबुत धनिया, उसका तकिया बना लें। रात को उस पर सिर रखकर सोएं, दो महीने में माइग्रेन जड़ से खत्म हो जाएगा।

9. पथरी
चार चम्मच प्याज का जूस, एक चम्मच मिश्री पाउडर दोनों को मिलाकर सुबह खाली पेट खड़े होकर पीना। यह विधि 21 दिनों तक लगातार करनी चाहिए। शाम को आधा गिलास बकरी का दूध में आधा गिलास पानी मिलाकर कच्चा पीना है। इस उपाय के बाद पेशाब के जरिए शरीर के किसी भी हिस्से में पथरी हो बाहर निकल जाएगी।
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