गायब हो रहे जानवर

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Published on : 16 Apr, 15 07:04

पर्यावरण में हुए बदलावों से कई जीव-जंतु दुनिया से हमेशा के लिए खत्म हो गए। जानवरों के विलुप्त होने का खतरा आज भी है। इनमें से कुछ तो ऐसे हैं, जो बहुत कम बचे हैं। इनके बारे में जानते हैं प्रसन्न से

अटलांटिक ब्लूफिन टूना
ब्लूफिन टूना अटलांटिक महासागर में पाई जाती है। इसका खूब अवैध शिकार हो रहा है। जापान में लोग इसे खूब खाते हैं। इसका ऊपरी भाग डार्क ब्ल्यू रंग का होता है, जबकि निचला भाग ग्रे कलर का। इसका औसतन आकार 6.5 फीट और वजन 250 किलोग्राम तक होता
है। जनवरी 2012 में 269 किलोग्राम की टूना जापान के फिश मार्केट में रिकॉर्ड 7,36,000 डॉलर में बेची गई थी।

जाइंट इबिस
इबिस की चोंच शुतुरमुर्ग की तरह लंबी होती है। शारीरिक बनावट भी शुतुरमुर्ग से मिलती है, लेकिन इसका रंग भूरा होता है। कंबोडिया, दक्षिण-पूर्व एशिया के जंगलों में पाई जाने वाली यह चिडिया जंगलों के तेजी से खत्म होने की वजह से विलुप्ति के कागार पर पहुंच गई है। दुनियाभर में अब इसकी तादाद केवल 345 ही बची है। इस वजह से आईयूसीएन ने इसे रेड लिस्ट (संकटग्रस्त प्राणी) में डाल रखा है।

कछुआ
गलापागोस जाइंट टॉरटॉइज (कछुआ) अब लगभग विलुप्त होने के कगार पर है। 1960 में केवल 15 कछुए ही गलापागोस द्वीप पर जीवित बचे बताए गए थे। तब से वैज्ञानिक इन्हें बचाने का हर संभव प्रयास कर रहे थे। आज इनकी संख्या कुछ हजार तक पहुंची है, लेकिन अभी भी इन्हें रेड लिस्ट में ही डाले रखा है।

गलापागोस पेंग्विन
इक्वाडोर आइसलैंड में पाई जाने वाली गलापागोस पेंग्विन खतरे के साये में है। दुनियाभर में केवल 1800 गलापागोस पेंग्विन ही बची हैं। समुद्री पानी के गर्म होने से जिन मछलियों को ये खाती हैं, उनकी कमी हो रही है। इसलिए इन पेंग्विन पर विलुप्त होने का खतरा बढ़ गया है। काला सिर और आंख के पास सफेद बॉर्डर के कारण यह काफी खूबसूरत दिखती है। ये अकेली ऐसी पेंग्विन हैं, जो इक्वेटर में रहती हैं।

लीमर
अमेरिका और अफ्रीका में पाया जाने वाला बंदरों से मिलता-जुलता लीमर अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहा है। लीमर की 101 प्रजातियों में से 90 फीसदी विलुप्ति के कगार पर हैं। सबसे अधिक संकट ग्रेटर बैंबू लीमर प्रजाति पर है। पूरे विश्व में केवल 500 ग्रेटर बैंबू लीमर बचे हैं। अमेरिका के उत्तरी कैरोलिना में काफी संख्या में लीमर हैं, जबकि मेडागास्कर तो लीमर के लिए विश्व प्रसिद्ध कहा जाता था, लेकिन आज इनकी संख्या गिनतियों में बची है। काले और सफेद रंग के इस जंतु की पूंछ काफी लंबी व धारीदार होती है, जबकि आंखें बड़ी होती हैं।

जाइंट पांडा
पांडा की प्रजाति में सबसे दुर्लभ माने जाने वाला जाइंट पांडा संकट के दौर से गुजर रहा है। वर्ल्ड कंजर्वेशन यूनियन ने जाइंट पांडा को रेड लिस्ट में रखा है। अभी दुनियाभर में केवल 1600 जाइंट पांडा ही बचे हैं, जिनमें से 300 चीन के चिडियाघर में संरक्षित करके रखे गए हैं। ये पांडा चीन के सिचुआन, सांक्षी और गांसु जैसे पहाड़ी इलाके में पाये जाते हैं। काले रंग के इस पांडा का चेहरा बिल्कुल सफेद होता है। इस वजह से यह दिखने में काफी आकर्षक लगता है। जंगलों की अंधाधुंध कटाई से इनके रहने योग्य जगह की कमी हो रही है, जिससे इनकी संख्या घटती जा रही है।

पोलर बीयर
बर्फीले इलाके में रहने वाले पोलर बीयर संकटग्रस्त प्राणियों की सूची में काफी ऊपरी पायदान पर हैं। ये आर्कटिक सागर के आस-पास खूब पाए जाते हैं। इस वजह से दिखने में काफी खूबसूरत लगते हैं। ग्लोबल वार्मिंग और क्लाइमेट चेंज की वजह से बर्फ काफी तेजी से पिघल रही है, जिससे पोलर बीयर के जीवन पर संकट की स्थिति बन गई है।
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