कलक्टर की रात्रि चौपाल में निःशक्तजन, विधवा व बुजुर्गों को मिला आर्थिक सम्बल

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Published on : 27 Mar, 15 16:03

रात्रि चौपाल में ग्रामीणों की समस्याओं का किया समाधान

प्रतापगढ़, जिला कलक्टर रतन लाहोटी ने मंगलवार को प्रतापगढ़ तहसील की पानमोड़ी ग्राम पंचायत में रात्रि चौपाल में सरकार की सामाजिक कल्याण की योजनाओं से जोड़कर निःशक्त, विधवा व बुजुर्गों को आर्थिक सम्बल प्रदान किया। साथ ही कई सार्वजनिक समस्याओं का मौके पर ही समाधान किया।

दोनों आंखों से अंधे ईश्वरलाल मीणा के लिए कलक्टर की चौपल खास बन गई। सहायता की उम्मीद लिए वह अपनी बेटी ममता के साथ चौपाल में पहुंचा। उसने बताया कि वह अन्धा होने की वजह से काम नहीं कर पाता और पत्नी ही कुछ कमाकर घर का खर्चा चलाती है। उसके तीन बेटियां हैं जिन्हें वह स्कूल भेजता है। साहब कुछ मदद हो जाए तो जिन्दगी थोड़ी आसान हो जाए। जिला कलक्टर ने हाथों-हाथ ईश्वरलाल की निःशक्तजन पेंशन व उसकी तीनों बच्चियों ममता, कल्पना व तारा की पालनहार पेंशन मंजूर कर राहत दी। उन्होंने ईश्वरलाल को खाद्य सुरक्षा से जोड़कर सस्ती दर पर गेहूं देने के निर्देश दिए।

इसी प्रकार विधवा अनिता जैन बेटी मेघा के साथ चौपाल में पहुंची। उसने बताया कि पति की मृत्यु हो गई है और कमाने वाला कोई है नहीं। बच्चा छोटा है, जो नवीं क्लास में पढ़ता है। किराणा की दुकान चलाकर घर का गुजारा चलाती है। उसकी विधवा पेंशन और बच्चे की पालनहार राशि से थोड़ा सम्बल मिल जाता है। फिर भी आर्थिक दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है, कुछ रोजगार मिल जाए तो ठीक रहे। इस पर जिला कलक्टर लाहोटी ने मौके पर ही ग्राम पंचायत से प्रस्ताव दिलवाकर विधवा की बेटी मेघा को साक्षरता प्रेरक की नौकरी दी। अब मेघा शाम को कुछ समय गांव की अनपढ़ महिलाओं को पढ़ाकर दो हजार रुपए महीना कमा लेगी। विधवा पेंशन व बच्चे की पालनहार राशि के बाद बेटी के प्रेरक बनने से विधवा अनिता को काफी आर्थिक संबल मिल गया।

जिला कलक्टर लाहोटी ने चौपाल में मौजूद बुजुर्गों को बुला-बुलाकर हाल जाने और पूछा कि बुढ़ापे में कोई दिक्कत तो नहीं है। एक वृद्धा बोली साहब चार बेटे हैं, लेकिन सेवा नहीं करते। इस पर कलक्टर ने उपखण्ड अधिकारी व पुलिस को वृद्धा के बेटों को मां के भरण-पोषण के लिए पाबंध करने के निर्देश दिए और वृद्धा से कहा कि राहत नहीं मिलने पर कलक्ट्रेट आकर उनसे मिले। बुजुर्ग कमला बाई का मौके पर ही फार्म भरवाकर वृद्धावस्था पेंशन मंजूर की।

जिला कलक्टर सरकारी जमीन पर अतिक्रमण के खिलाफ सख्त दिखाई दिए। भामाशाह की ओर से स्कूल मैदान के लिए दी जमीन पर अतिक्रमण करने वाले वृद्धिचन्द को मौके पर बुलाकर पाबंध किया। उन्होंने जमीन की नपती कर विद्यालय विकास एवं प्रबंध समिति को खेल मैदान के लिए सुपुर्द करने के निर्देश दिए। चरनोट की जमीन पर कब्जा कर पक्का मकान बनाने की शिकायत पर कलक्टर ने जेसीबी चलाकर अतिक्रमण हटाने को कहा।

कलक्टर लाहोटी ने ग्रामीणों की मांग पर पानमोड़ी में सार्वजनिक पेशाबघर स्वीकृत किया। रतनियाखेड़ी में आंगनबाड़ी के लिए पट्टी पठार व प्राथमिक स्कूल तक सड़क मंजूर की। कड़ियावद में रास्ते से पत्थर हटाने व स्कूल खेल मैदान के लिए आवंटित जमीन का सीमांकन करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने चौपाल में एक-एक ग्रामीण की समस्या सुनी और उसका समाधान किया। उन्होंने सड़कों का निर्माण व पेयजल की समुचित व्यवस्थाएं करवाने की मांगों पर संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया।

जिला परिषद सीईओ रामावतार मीणा ने ग्रामीणों को स्वच्छता व शौचालय का महत्व बताते हुए ग्राम पंचायत को गन्दगी मुक्त बनाकर प्रदेश के सभी घरों में 2018 तक शौचालय बनाने का लक्ष्य पूरा करने में मदद का आह्वान किया। रात्रि चौपाल में उपखण्ड अधिकारी दिनेश कुमार मण्डोवरा, विकास अधिकारी दिलीप मेहता, तहसीलदार विनोद मल्होत्रा, सरपंच रेखा बाई, वार्ड पंच, विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी व ग्रामीण मौजूद थे।



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