भगतसिंह, सुखदेव व राजगुरू के शहीदी दिवस पर किया स्मरण

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Published on : 24 Mar, 15 09:03

भगतसिंह, सुखदेव व राजगुरू के शहीदी दिवस पर  किया स्मरण जैसलमेर- भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की बलिवेदी पर हंसते हंसते अपने प्राण न्यौछावर करने वालों में सुमार शहीदे-ए-आजम भगतसिंह व उनके साथ सुखदेव व राजगुरू के शहीदी दिवस के अवसर पर कमला नेहरू उच्च प्राथमिक विद्यालय में कार्यक्रम आयोजित कर भारत माता के इन सपूतों को श्रद्धापूर्वक स्मरण करते हुए पुष्पाजंली अर्पित की गई।
थ्वद्यालय उत्सव प्रभारी श्रीमती गीता शर्मा ने बताया कि भगतसिंह, राजगुरू व सुखदेव के शहीदी दिवस पर उनके चित्रों पर दीपदान व माल्यार्पण किया गया तथा विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं व विद्यार्थियों ने उन्हें पुष्प् अर्पित कर श्रद्धांजली दी।
इस अवसर पर शहीदों की याद में विद्यालय के बालक - बालिकाओं द्वारा देश भक्ति गीत व देश के क्रांतिकारी शहीदों की याद में कविता पाठ कर उन्हें स्मरण किया गया।
शहीद भगतसिंह के बारे में जानकारी देते हुए श्रीमती पुष्पा शर्मा ने बताया कि भगत सिंह का जन्म एक सिख परिवार में हुआ था तथा १४ वर्ष की उम्र में ही भगतसिंह पंजाब के कां्रतिकारी संगठनों में काम करने लगे थे, उस जमाने में बी.ए. तक शिक्षा ग्रहण करने वाले इस २४ वर्षीय युवक ने देश की आजादी के लिए अपने को पूरी तरह समर्पित कर दिया।
प्रधानाध्यापक वासुदेव ने बताया कि २३ मार्च १९३१ की रात भगतसिंह, राजगुरू व सुखदेव को लाहौर षडयंत्र मुकदमें की सजा में सुनाए गई मौत की सजा के फैसले के तहत फॉसी पर लटकाया गया था। उस समय भगतसिंह मात्र २४ वर्ष के थे।
विद्यालय में आयोजित श्रंद्धाजली समारोह के अवसर पर श्रीमती सुलोचना, श्रीमती नमिता, श्रीमती इन्दु, तथा दौलत जी, मुकेश व अशोक जी ने भी अपने विचार रखें, कार्यक्रम का संचालन विद्यालय की अध्यापिका हेमा खत्री ने किया।

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