पेस-स्विंग का संयोजन घातक

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Published on : 01 Mar, 15 08:03

क्रिकेट में एक स्विंग गेंदबाज को स्पीड के साथ गेंदबाजी करते देखने से अच्छी बात नहीं हो सकती। हां यह सही है कि बाउंसर की अपनी अलग बात है, इससे बल्लेबाज के मन में डर पैदा होता है और बल्लेबाज को पीछे हटते देखने का अलग मजा है। मगर एक स्विंग गेंदबाज को बल्लेबाज को गलत लाइन में खिलाते हुए उसकी ऑफ स्टंप उड़ाने से ज्यादा बेहतर और कुछ नहीं हो सकता और जब हम ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड का मुकाबला हुआ तो हमने दो शानदार गेंदबाजों को अपनी पूरी क्षमता के साथ खेलते हुए देखा।
आप इससे ज्यादा उम्मीद नहीं कर सकते। हमने ट्रेंट बोल्ट की क्षमता को उस समय पहचाना था, जब वह भारत आए थे। उन्होंने दाहिने हाथ के बल्लेबाजों के आगे तेज गति से गेंद को बाहर की तरफ स्विंग कराया। कोई भी गेंदबाज जो इस चीज को लगातार कर सकता है, वह बेहद खतरनाक ही साबित होगा। उनकी प्रगति देखकर काफी अच्छा लग रहा है। यह उन्हीं का स्पैल था, जिसने ऑकलैंड में न्यूजीलैंड को जीत का मौका दिया।
हो सकता है कि मिचेल स्टॉर्क उनसे ज्यादा लोकप्रिय हों और हवा में उनसे ज्यादा स्पीड रखते हों, लेकिन बोल्ट को देखना ज्यादा सुखद है। बोल्ट और स्टॉर्क ने दिखा दिया कि पेस और स्विंग के संयोजन से बल्लेबाजी के युग में भी खेलना नामुमकिन है। हमने देखा है कि गेंद चाहे कितनी भी तेज क्यों न हो, अगर वह स्विंग नहीं हो रही है, तो बल्लेबाज को खेलने में मुश्किल नहीं होती। हमने देखा कि ब्रैंडन मैककुलम ने दो गज आगे बढ़कर मिचेल जॉनसन को साधारण गेंदबाज बना दिया। भारत की सफलता के लिए भी स्विंग को संभालना काफी अहम होगा। उमेश यादव ने फिर से अपनी आउट स्विंग हासिल कर ली है और आखिरकार भारत के पास एक ऐसा गेंदबाज है, जो 140 से ज्यादा की स्पीड से गेंद फेंक सकता है। दूसरे छोर से शमी, जो शायद ही कभी पैड पर गेंद करते हैं, तो भारत का तेज गेंदबाजी आक्रमण किसी को भी टक्कर दे सकता है।
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