जग विख्यात मरु महोत्सव -२०१५ की धूम आज से

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Published on : 01 Feb, 15 10:02

तीन दिन चलेगा उत्सव ,सभी प्रशासनिक तैयारियाँ पूर्ण जिला कलक्टर मीना दिखाएगें शौभा यात्रा को हरी झण्डी

जैसलमेर , जैसलमेर में पर्यटन विभाग एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में १ से ३ फरवरी तक तीन दिवसीय जग विख्यात मरु महोत्सव की धूम रहेगी। मरु महोत्सव को लेकर सभी प्रशासनिक तैयारियाँ पूर्ण कर ली गई हैं।
मरु महोत्सव के दौरान तीनों दिवस विभिन्न अँचलों के ख्यातनाम लोक कलाकारों ,पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर के विख्यात कलाकारों द्वारा प्रथम दिवस भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए जाएगें। जैसलमेर शहर को साफ-सुथरा कर संवारा गया है तथा एतिहासिक पर्यटन स्थलों पर रंगीन रौशनी की गयी है। दुनिया भर में मशहूर महोत्सव के आयोजन को देखने सालाना हजारों देशी-विदेशी सैलानियों का जमघट लगता हैं।
सोनार दुर्ग से निकलेगी भव्य शौभा यात्रा
जिला कलक्टर एन.एल.मीना ने बताया कि जैसलमेर में आयोजित होने वाले मरु महोत्सव को लेकर सभी तैयारियाँ पूर्ण कर ली गई है। पर्यटन स्वागत केन्द्र के सहायक निदेशक विकास पंडया ने बताया कि तीन दिवसीय मरु महोत्सव की श्रृंखला में १ फरवरी ,रविवार को प्रातः ९ बजे जिला कलक्टर एन.एल.मीना सोनार दुर्ग के प्रवेश द्वार से प्रारम्भ होने वाली भव्य शौभा यात्रा को हरी झण्डी दिखा कर रवाना करेगें एवं प्रातः ११ः०० बजे शहीद पूनमसिंह स्टेडियम जैसलमेर में सुविख्यात मरु महोत्सव का आगाज होगा।
शौभा यात्रा के ये बढाएगें शौभा
इस शौभा यात्रा में सबसे आगे पर्यटन विभाग का बैनर रहेगा, बांकिया वादन, शोभा यात्रा में सीमा सुरक्षा बल के* सजेधजे ऊँट , मरुश्री , सिर पर मंगल कलश धारण किए हुई स्कूल छात्राएँ , रंग बिरंगी पौशाकों में आँगनवाडी कार्यकर्ता , ऊँट व ऊँटगाडों पर मूमल-महेन्द्रा की सजी हुई झांकियों के साथ ही पर्यटन विभाग द्वारा आमंत्रित लोककलाकारों के कला का प्रदर्शन ,नृत्य एवं पारम्परिक वेशभूषा में जैसलमेर के वाशिंदे शामिल होगें। यह शौभा यात्रा शहीद पूनमसिंह स्टेडियम पहुंचेगी।
पहले दिन स्टेडियम में होगी ये प्रतियोगिताएँ
उद्घाटन के बाद साफा बांध प्रतियोगिता देशी एवं विदेशी , मूमल -महेन्द्रा ,मूँछ प्रतियोगिताओं के साथ ही महोत्सव की सबसे आकर्षक मिस्टर डेजर्ट -२०१५ एवं मिस मूमल -२०१५ प्रतियोगिता होगी।
जॉनी लाफ्टर रवीन्द्र का हास्य प्रद शो होगा सांस्कृतिक संध्या में
शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में पहले दिवस सायं ७ः३० बजे पश्चिमी क्षेत्रीय सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर के ख्यातनाम लोक कलाकारों द्वारा सिद्धि धमाल, दीप नृत्य, बारा जिले के सहरियां आदिवासियों द्वारा होली पर्व पर किया जाने वाला सेहरिया स्वांग, डॉक्टर विजय सिद्धा जयपुर द्वारा केहरवां एवं विभिन्न अँचलों के कलाकारों द्वारा भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया जाएगा।
सोमवार को डेडानसर मैदान में आकर्षक होगा केमल टेंटू शाँ
मरु महोत्सव के दूसरे दिवस २ फरवरी ,सोमवार को प्रातः ९ः०० बजे से दोपहर १ः३० बजे तक देदानसर मैदान में कार्यक्रमों की धूम रहेगी एवं दूसरा दिन रेगिस्तान के जहाज के नाम होगा। दूसरे दिवस देदानसर मैदान में ऊँट श्रृंगार ,शान -ए-मरुधरा , रस्सा-कस्सी देशी व विदेशी पुरुष व महिलाओं के मध्य ,पणिहारी मटका रैस देशी व विदेशी महिलाओं के मध्य प्रतियोगिताएँ आयोजित होगी। इसके बाद कैमल पोलो मैंच व कैमल रैस का आयोजन होगा। इस बार यहां पर सीमा सुरक्षा बल द्वारा रोचक एवं आकर्षक केमल टेंटू शॉ का आयोजन होगा। यहाँ पर भारतीय वायु सेना द्वारा के जांबाजो द्वारा एयर वारियर ड्रील एवं आकाश गंगा पैरा ड्राॅपिंग जैसे रोचक कार्यक्रम होंगे।
दूसरे दिवस भी सांस्कृतिक कार्यक्रमो की रहेगी धूम
मरू महोत्सव के दूसरे दिवस सोमवार को सायं ७ः३० बजे से ९ः३० बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रहेगी एवं इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों में जोधपुर के एनआईएफडी इंस्टीट्युट के ५० छात्र छात्राओं द्वारा राजस्थान के पारम्परिक वेशभूषा में फैशन शो का प्रदर्शन किया जायेगा। वहीं ख्यातनाम कलाकार अशोक शर्मा भरतपुर द्वारा मयूर नृत्य, जैसलमेर के ख्यातनाम कलाकार तगाराम भील द्वारा अलगोजा वादन, पादरला की दुर्गा देवी द्वारा तेरह ताली, जोधपुर के ख्यातनाम कलाकार पार्श्वनाथ द्वारा कालबेलियां नृत्य आकर्षक के केन्द्र होगें।

मंगलवार को सम के रेतीले धोरों पर होगा धमाल , महोत्सव का होगा समापन
तीन दिवसीय मरु महोत्सव के तीसरे एवं अंतिम दिन ३ फरवरी ,मंगलवार को अपरान्ह ३ बजे से सायं ६ बजे तक सम के लहरदार रेतीले धौरों पर पतंगबाजों द्वारा रंग-बिरंगी पतंग -शौ का प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं अपराह्रन ४ः३० बजे से ५ः३० बजे तक रोचक ऊॅट दौड का आयोजन होगा। वहीं लहरदार रेतीले धौरों पर सायं ६ः०० बजे ख्यातनाम कलाकारों द्वारा भव्य सांस्कृकि सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया जाएगा। इसमें बाडमेर के ख्यातनाम कलाकार स्वरूप पंवार द्वारा जवाई जी पावना, अलवर की सुशीला देवी द्वारा खारी नृत्य, जैसलमेर के क्वीन हरीश द्वारा भव्य नृत्य पेश किया जायेगा। वहीं *भव्य आतिशबाजी के साथ मरु महोत्सव का समापन होगा।
इससे पूर्व देशी-विदेशी पर्यटक प्राचीन एतिहासिक गांव कुलधरा व खाभा में ग्रामीण संस्कृतिक रुबरु हो सकेगें।
जैसलमेर का जग विख्यात तीन दिवसीय मरु महोत्सव अपनी अलग पहचान रखता हैं ओर इसमें बडी संख्या में देशी-विदेशी मेहमानों का सैलाब उमडता हैं। मरु महोत्सव की तैयारियों के लिए जिला प्रशासन के अधिकारी, सहायक पर्यटन अधिकारी चीमाराम प्रजापत के साथ ही सम विकास समिति के सदस्य भी जुटे हुए है।

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