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विकास कार्यों में जनप्रतिनिधियों की राय को विशेष तवज्जो देने के निर्देश

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11 Feb 15
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मंत्री नन्दलाल मीणा ने अधिकारियों से कहा कि वह जनभावना के अनुरूप कार्य कर आमजन को राहत पहुंचाते हुए जिले के विकास को गति दें। उन्होंने विकास कार्यों में जनप्रतिनिधियों की राय को विशेष तवज्जो देने के निर्देश दिए।
जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री मीणा जिला प्रभारी सचिव भास्कर ए सावंत के साथ बुधवार को कलक्ट्रेट सभा भवन में जिला अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की बैठक लेकर जिले के विकास कार्यों पर चर्चा कर रहे थे। चर्चा के पश्चात प्राथमिकता वाले पांच कार्यों का चयन कर राज्य सरकार को भिजवाया गया। मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि वह पंचायत समिति की बैठक में अनिवार्य रूप से उपस्थित हों और जनप्रतिनिधियों के प्रस्तावों को अमली जामा पहनाएं। उन्होंने अधिकारियों से गांवों के दौरों एवं रात्रि विश्राम की जानकारी लेते हुए समय पर संबंधित जनप्रतिनिधियों को इससे अवगत कराने के निर्देश दिए। साथ ही जिला कलक्टर रतन लाहोटी को अधिकारियों के दौरों की सतत समीक्षा करने को कहा।
मंत्री ने जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों से पेयजल योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों से योजना के लिए गांवों के चयन का आधार व चयन के समय के बारे में जानकारी लेते हुए तकनीकी स्टाफ के साथ गांवों में जाने व इसकी जिला कलक्टर को रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने अभावग्रस्त गांवों में आगामी गर्मियों में पेयजल व्यवस्था के संबंध में चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिए। मंत्री ने पेयजल योजनाओं के निर्माण व सफल क्रियान्वयन के लिए जनप्रतिनिधियों की कमेटी गठित करने के निर्देश दिए। कमेटी में नगर परिषद चेयरमैन, उप जिला प्रमुख व छोटी सादडी प्रधान को शामिल किया गया। यह कमेटी समय-समय पर जिला कलक्टर के साथ चर्चा करेगी। मंत्री मीणा ने इसी प्रकार अन्य विभागों के साथ भी जनप्रतिनिधियों की कमेटी का गठन कर जोडने को कहा जिससे योजना निर्माण में जनभागीदारी बढ सके।
प्रतापगढ शहर से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर बाइपास निर्माण पर चर्चा करते हुए प्रभारी मंत्री मीणा ने कहा कि बाइपास ऐसे क्षेत्र से गुजरे जहां किसानों की उपजाऊ जमीन कम से कम शामिल हो।
प्रभारी सचिव भास्कर ए सावंत ने कहा कि अधिकारी योजनाओं के निर्माण में जनप्रतिनिधियों को भागीदार बनाएं। इसके लिए योजनाओं की जानकारी सरल भाषा में समय पर जनप्रतिनिधियों को दें, तकनीकी भाषा का इस्तेमाल नहीं करें। इससे जनप्रतिनिधि योजनाओं की बारीकियों को आसानी से समझ कर अपने जरूरी सुझाव दे सकेंगे। उनके सुझाव शामिल करने से योजना ज्यादा कारगर साबित हो सकेगी। प्रभारी सचिव ने जिला कलक्टर के साथ उपखण्ड अधिकारियों, विकास अधिकारियों एवं तहसीलदारों की अलग बैठक लेकर ‘सरकार आफ द्वार’ कार्यक्रम की शिकायतों के निस्तारण के पुनः सत्यापन की समीक्षा की। उन्होंने ग्राम पंचायत गोद लेने वाले प्रत्येक अधिकारी से इसकी जानकारी ली।
जिला कलक्टर रतन लाहोटी ने प्रभारी मंत्री मीणा व प्रभारी सचिव सावंत को प्रतापगढ में विकास कार्य, मुख्यमंत्री की सुराज संकल्प यात्रा, सरकार आफ द्वार, भामाशाह योजना एवं मुख्यमंत्री की घोषणाओं की क्रियान्विति की प्रगति से अवगत कराया। बैठक में चर्चा के पश्चात प्रतापगढ शहर में पेयजल व्यवस्था का सुदृढीकरण, प्रतापगढ, पीपलखूंट व अरनोद के 554 गांवों को पेयजल योजना से जोडने, प्रतापगढ शहर से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर बाइपास निर्माण, सिंचाई के लिए एनिकट निर्माण व धरियावद रोड को पुंगा तालाब से प्रतापगढ तक चौडी करने के प्रस्ताव को शामिल किया गया।
बैठक में नवनिर्वाचित जिला प्रमुख सारिका मीणा, उप जिला प्रमुख आशीष जैन, पंचायत समितियों के प्रधान व उप प्रधान, नगर परिषद चेयरमैन कमलेश डोसी, छोटी सादडी नगर पालिका अध्यक्ष, जिला परिषद सदस्य एवं पूर्व प्रधान हेमन्त मीणा, जिला परिषद के नवनिर्वाचित प्रतिनिधि एवं अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे। इसके अलावा जिला पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामावतार मीणा, अतिरिक्त जिला कलक्टर अनुराग भार्गव, जिला परिषद एसीईओ रामेश्वर मीणा, अनुजा निगम के परियोजना प्रबंधक विजय सिंह नाहटा, पीओ टीएडी हेमन्त स्वरूप माथुर, उपखण्ड अधिकारी, पंचायत समितियों के विकास अधिकारी, तहसीलदार, विभागीय जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
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