‘‘मेरी मैम से कहना ऐसी सजा किसी और को न दे’
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22 Sep 17
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पापा, आज 15-9 -17 मेरा पहला एग्जाम था मेरी मैम क्लास टीचर ने मुझे 9.15 तक रुलाया, खड़ा रखा इसलिए क्योंकि वह चापलूसों की बात मानती हैं। उनकी किसी बात का विास मत करिएगा, कल उन्होंने मुझे तीन पीरियड खड़ा रखा। आज मैंने सोच लिया है कि मैं मरने वाला हूं। मेरी आखिरी इच्छा मेरी मैम को किसी बच्चे को इतनी बड़ी सजा न देने को कहें। अलविदापापा-मम्पी और दीदी
मौत को गले लगाने से पहले वो समाज के लिए छोड़ गया एक पैगाम। पैगाम यह कि जैसा उसके साथ हुआ ऐसा किसी और बच्चे के साथ न हो। जी हां बात गोरखपुर के पांचवीं कक्षा में पढ़ने वाले एक स्कूल छात्र से जुड़ी है। जिसको उसकी टीचर ने ऐसी सजा दी कि जिसको सहन करने की शक्ति उसमें नहीं थी और उसने मौत को गले लगा लिया। इस दुनिया में आखिरी सांस लेने से पहले उसने परिजनों को जो सुसाइड नोट लिखा वह रोंगटे खड़े करने वाला है। हालांकि बृहस्पतिवार को पुलिस ने उस टीचर को गिरफ्तार कर लिया है जिसे सुसाइड के लिए छात्र ने चिट्ठी में जिम्मेदार ठहराया है।ये सुसाइड नोट गोरखपुर में 5वीं में पढ़ने वाले छात्र का है। 15 सितम्बर को उसने जहर खा लिया था। छात्र को मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया जहां बुधवार की शाम को उसकी मौत हो गई। छात्र के स्टडी टेबल से एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें उसने स्कूल टीचर को मौत के लिए जिम्मेदार बताया है। शाहपुर के मोहनापुर निवासी रविप्रकाश बापू इंटर कालेज पीपीगंज में शिक्षक हैं।
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