GMCH STORIES

बलात्कार की घटना पर डूब मरने के लिये अब किससे कहें - गहलोत

( Read 17276 Times)

28 Mar 17
Share |
Print This Page
पूर्व मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने जोधपुर मंे एक युवती को जला दिये जाने और एक दम्पति को पुलिस द्वारा प्रताडित कर महिला को थाने में मध्यरात्रि निर्वस्त्र कर हवालात में रखे जाने की घटना को गम्भीर मानते हुए कहा है कि इसकी सच्चाई तक पहुंच कर दोषियों के खिलाफ अविलम्ब सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि मासूम बच्चियों के साथ आये दिन बलात्कार की घटनाओं पर कांग्रेस शासन के दौरान मुख्यमंत्री को चुल्लू भर पानी में डूब मरने की बात कहा करती थी। चूंकि महिला मुख्यमंत्री होने के नाते हम उनका सम्मान करते हैं, इसलिए अब हम किससे कहें कि चुल्लू भर पानी में डूब कर मरना चाहिए।
श्री गहलोत ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में एक कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद आज यहां मीड़ियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं को सरकार द्वारा प्राथमिकता पर लेना चाहिए ताकि राजस्थान में कानून का राज स्थापित हो और थानों में आम जनता की सुनवाई हो। ऐसे मामलों की निष्पक्ष जांच होकर यदि दोषियों को सजा मिलती रहे तो सरकार को शर्मसार होने की ऐसी नौबत नहीं आयेगी।
धौलपुर उप चुनाव को लेकर पूछे गये सवाल पर श्री गहलोत ने कहा कि भाजपा येन- केन-प्रकारेण इस चुनाव को जीतना चाहती है। धन के दुरूपयोग की तो इनकी कोई सीमा नहीं है। खुद मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे एक बार वर्तमान कांग्रेस प्रत्याशी व वरिष्ठ नेता श्री बनवारीलाल शर्मा से चुनाव हार चुकी हैं। अब वो हर हाल में उन्हें पराजित कर निजी तौर पर हिसाब बराबर करना चाहती हैं।
श्री गहलोत ने कहा कि भाजपा को जवाब देने के लिये हमारे कार्यकर्ता उत्साहित हैं। प्रदेश भर से कार्यकर्ता वहां पहुंच रहे हैं। हमारा प्रयास है कि हम लोकतंत्र को मजबूत करने और हमारे उम्मीदवार श्री बनवारीलाल शर्मा की जीत को सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे।
एक अन्य प्रश्न पर श्री गहलोत ने कहा कि ललित मोदी के पक्ष में श्रीमती वसुन्धरा राजे द्वारा दिये गये एफिडेविट का मामला देश में सुर्खियों मेें रहा और श्रीमती वसुन्धरा एवं श्रीमती सुषमा स्वराज को लेकर देश की संसद एक महिने तक नहीं चल पाई थी। इतनी बडी घटना होने के बावजूद प्रधानमंत्री श्री मोदी और श्रीमती वसुन्धरा मिलकर यदि ललित मोदी को बचाते हैं तो दुर्भाग्य की बात है। मेरा मानना है कि कानून को अपना काम करने देना चाहिए।
राजस्थान में आमजन की सरकार में कोई सुनवाई नहीं होने के सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री के जहन में हमेशा यही रहता है कि जनता से दूरी कैसे बनाये रखें। कहने को तो वो प्रदेश की जनता को अपना परिवार बताती हैं और इसके विपरीत महिलाओं, पुरूषों, युवाओं, छात्रों, एससी/एसटी पर भाजपा कार्यालय के बाहर लाठीचार्ज करवाती हैं। इनको तब समझ में नहीं आता कि अपने ही परिवार पर लाठीचार्ज क्यों करवा रही हैं। इससे समझा जा सकता है कि यह परिवार उनका है या राजस्थान का यह परिवार हमारे लिये परिवार की तरह है। ये जनता को भी तय करना है। हम चाहते हैं कि राजस्थान प्रदेश का एक परिवार की तरह विकास हो, आमजन सुखी रहे, समृद्धशाली बने, मजबूत बने और उनकी जिन्दगी की गुणवत्ता बेहतर हो।
उत्तरप्रदेश में योगी सरकार को लेकर श्री गहलोत ने कहा कि श्री योगी पूर्व में बहुत कुछ बोल चुके हैं। सरकार बनने के बाद संविधान की शपथ ली है जोकि संविधान की मूल भावना लोकतंत्र, समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता, सबको साथ लेकर चलने की है। मैं समझता हूं कि वे इस शपथ के अनुरूप शासन करेंगे। मेरा मानना है कि उसमें सब स्थिति सुधर जायेगी और कोई अवैद्य काम करता है, चाहे बूचडखाने हो या कोई अन्य अवैद्य गतिविधि हो, उन्हें रोकने से उनको कौन रोक सकता है, पर उसकी आड में अन्याय करेंगे तो लोग उठ खडे होंगे और अपना आक्रोश व्यक्त करेंगे।

Source :
This Article/News is also avaliable in following categories : National News
Your Comments ! Share Your Openion

You May Like