कठपुतली प्रशिक्षण शिविर का रंगारंग प्रस्तुतियो के साथ समापन
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18 Jun 17
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उदयपुर भारतीय लोक कला मण्डल में पिछले एक माह से चल रहे लोकनृत्य एवं कठपुतली प्रशिक्षण शिविर का समापन समारोह रंगारंग प्रस्तुतियो के साथ सम्पन्न हुआ।
समारोह के आरम्भ में संस्था के सहायक निदेशक, गोवर्धन समार ने बताया की पिछले एक माह से ७० बालिकाऍ/महिलाऍ एवं छात्र लोकनृत्यो एवं कठपुतलीयो का प्रशिक्षण कला मण्डल के दक्ष कलाकारो से प्राप्त कर रहे थे। उन्होने कडी मेहनत कर नन्ही-मुन्नी बालिकाओ से लगााकर महिलाओ, छात्रो एवं अध्यापको को लोक नृत्य एवं कठपुतली का प्रशिक्षण दिया। आरम्भ में संस्था के मानद सचिव, रियाज तहसीन ने संस्थापक पद्मश्री देवीलालजी सामर सा. की तस्वीर पर माल्यापर्ण कर एवं दीप प्रज्वलित कर कला मण्डल के सम्बंध में विस्तृत जानकारी दी एवं बताया की भारतीय लोक कला मण्डल का उद्वेष्य कलॉओ को जिवित रखना एवं कलाकारो को प्रोत्साहित करना है। इसी उद्वेश्य से प्रतिवर्ष इस तरह के शिविरो का आयोजन किया जाता है कि युवा पीढी कलॉओ से परिचित हो एवं कलॉओ को आगे बढाए तत्पश्चात् प्रशिक्षण देने वाले सभी कलाकारो का परिचय करवाया गया। मॉ सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम प्रारम्भ हुआ । उसके बाद छोटे बच्चो द्वारा ’’ढोलकडी‘‘ एवं ’’दल बादली‘‘ लोक नृत्य किया गया इसके बाद दस्ताना पुतली का ’’स्वच्छता अभियान‘‘ नाटक प्रस्तुत किया गया इसके बाद एक के बाद एक ’’कालबेलिया‘‘ ’’पल्लोलटक‘‘ ’’नैणा रो लोभी‘‘ ’’धीमे हाकोनी बैलगाडी‘‘ ’’इंजन की सिटी‘‘ ’’हिवडे से दूर मत जाए‘‘ ’’हेलो सुणो जी रामापीर‘‘ ’’हिवडा रो हार टुट्यो‘‘ ’’ओ म्हारा मेला नीचे सा‘‘ ’’धापुडी‘‘ ’’भवाई‘‘ एवं साथ ही कठपुतली नाटक ’’मातृदेवोभव पितृदेवोभव‘‘ एवं ’’कंजुस सेठ‘‘ की रंगारंग प्रस्तुतियॉ प्रशिक्षणार्थियो द्वारा दी गई।
प्रशिक्षण देने में प्रमुख हैं यासीन खान, रोशन लाल भाट, रामलाल भाट, श्रीमती भावना धांधडा, जगदीश पालीवाल, रईस खान, श्रीमती शिल्पा नायर, श्रीमती शोभा मीणा, श्रीमती विनिता, श्रीमती यशोदा माली, श्रीमती मीता पाहुजा, श्रीमती सुमन, तुलसीराम, प्रेमकुमार, कृष्ण कुमार, किशनसिंह, गोपाल, लोगर, भगवती, मोहन व जीवन।
समारोह के अन्त में सभी प्रषिक्षणार्थियो को प्रमाण पत्रो का वितरण किया गया एवं उनके उज्जवल भविश्य की कामना की गई साथ ही सहायक निदेशक, गोवर्धन समार ने सभी प्रशिक्षणार्थियो एवं उनके परिवारजनो का आभार व्यक्त किया कि कलॉओ को प्रोत्साहन देने में आप सभी के द्वारा महत्वपूर्ण योगदान दिया जा रहा है, इससे कलॉओं को निरन्तर प्रोत्साहन मिलता रहेगा
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