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वितरिकाओं में जल प्रवाह करने की मांग फसलें सूखने के कगार पर

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21 Feb 18
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कोटा/बारां डॉ.प्रभात कुमार सिंघल/चम्बल मुख्य नहर की दांयी वितरिकाओं में जल प्रवाह नही होने के कारण किसानों की फसलें सूखने के कगार पर है। लेकिन सीएडी प्रशासन द्वारा किसानों की अनदेखी करते हुए उनके खेतों में सिंचाई के लिए पानी नही छोडा जा रहा है। प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री प्रमोद भाया ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि सीसवाली क्षेत्र के 5 माइनर एवं इटावा क्षेत्र के 6 कुल 11 माइनरों में चंबल की दांयी नहर से गत 3 फरवरी से ंिसंचाई हेतु पानी की आपूर्ति नही हो रही है, जिसके कारण किसानों की फसलें सूखने के कगार पर पहुंच चुकी है। सीसवाली क्षेत्र के नवलपुरा माइनर, शाहपुरा डिस्ट्रीब्यूटरी, चैनपुरिया-चन्द्राहेडी माइनर, तिसाया माइनर, जलोदा तेजाजी एवं इटावा क्षेत्र के 6 माइनरों में पानी की आपूर्ति नही की जा रही है एवं सीएडी प्रशासन द्वारा माइनरों के मुंह पर जेसीबी से मिट्टी, गिट्टी डालकर पानी की आपूर्ति बाधित की हुई है। किसानों द्वारा उप जिला कलक्टर, मांगरोल को इस संबंध में ज्ञापन भी दिया लेकिन प्रशासन द्वारा केवल आश्वासन दिया जा रहा है, सिंचाई हेतु पानी उपलब्ध नही करवाया जा रहा है।
भाया ने कहा कि किसान भाईयों द्वारा खून पसीने से तैयार की गई फसलें पानी के अभाव में सूखने जा रही है। वर्तमान में किसानों को अपनी फसलों को बचाने के लिए सिंचाई पानी की सख्त आवश्यकता है लेकिन सीएडी प्रशासन द्वारा किसानों की अनदेखी की जाकर सिंचाई हेतु पानी नही छोडा जा रहा है। भाया ने कहा कि किसान हितों को देखते हुए यदि सीएडी प्रशासन द्वारा 4 दिन के भीतर सिंचाई हेतु नहरी वितरिकाओं में पानी नही छोडा गया तो कांग्रेस पार्टी किसान हितों के लिए किसान भाईयों के साथ धरना प्रदर्शन, आंदोलन करेगी, जिसकी समस्त जिम्मेदारी सीएडी, प्रशासन की होगी।
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