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विश्व शौचालय दिवस आयोजित

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20 Nov 17
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विश्व शौचालय दिवस आयोजित कोटा /विश्व शौचालय दिवस पर नगर निगम एवं सेन्टर फॉर एडवोकेसी एवं रिसर्च के तत्वावधान में खेडली फाटक स्थित वार्ड संख्या चौदह में जागरूकता सम्मेलन आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक प्रहलाद गुंजलने कहा कि शौचालय निर्माण कर उसका उपयोग आज हर परिवार के लिये आवश्यक हो गया है, शौचालय निर्माण कर आने वाली पीढियों को स्वास्थ्य एवं सम्मान के साथ जीने का तोहफा देने के लिए प्रत्येक नागरिक स्वप्रेरित होकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति में नारी के सम्मान को प्रथम पायदान पर रखा गया है। परिवार की बहू-बेटियां खुले में शौच नहीं जायें इसके लिए तथा परिवार एवं क्षेत्र को गन्दगी से मुक्त रखने के लिए भी शौचालय का निर्माण कराया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश को राष्ट्रपिता महात्मागांधी की 150 वीं जयंती पर खुले में शौचमुक्त करने का लक्ष्य लिया है, यह हम सभी के सहयोग एवं स्वप्रेरणा से कार्य करने से ही संभव है। इससे देश में प्रतिवर्ष बीमारियों से होने वाली असामयिक मौतों पर रोक लगेगी तथा हमारी संस्कृति की भावना के अनुरूप परिवार व समाज में नारी के सम्मान में कमी नहीं आयेगी। उन्होंने उपस्थित लोगों का आह्वान किया कि शौचालय विहीन सभी परिवार सात दिवस में शौचालय का निर्माण कराकर अन्य लोगों को भी शौचालय निर्माण के लिए प्रेरित करें। उन्होंने सरकार द्वारा दिये जा रहे अनुदान को प्रोत्साहन के रूप में लेते हुए घर-घर में स्वच्छता की अलख जगाने तथा जिला प्रशासन द्वारा स्मार्ट सिटी के लिए किये जा रहे प्रयासों में सक्रियता से भागीदारी निभाने का आह्वान किया।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि राजस्थान की परम्परा मान-सम्मान व आबरू के लिए जानी जाती है। घर की महिलाएं बाहर शौच के लिए जायेंगी उससे समाज पर विपरीत प्रभाव पडेगा। उन्होंने कहा कि शौचालय निर्माण से घर, परिवार एवं समाज को बीमारियों से मुक्त बनाने में भी हम आगे बढेंगे। खुले में शौच जाने से मक्खियां एवं अन्य जैविक माध्यमों से गन्दगी घरों में आती है। उससे स्वास्स्थ्य पर विपरीत प्रभाव पडने के साथ-साथ आने वाली पीढियों में स्थाई बीमारियां पनपने का भी अंदेशा रहता है। उन्होंने वार्ड के साथ सम्पूर्णा शहर को खुले में शौचमुक्त बनाने के लिए नगर निगम द्वारा शुरू किये गये अभियान में सक्रियता से भागीदारी निभाने का आह्वान किया। प्रोत्साहन राशि को शौचालय निर्माण से नहीं जोडें बल्कि सम्मान के रूप में लेकर स्वयं अथवा संवेदक के माध्यम से शौचालय का निर्माण करायें।
आयुक्त नगर निगम ने कहा कि कोटा स्मार्ट शहर तभी बनेगा जब प्रत्येक घर में शौचालय यनिर्माण के साथ उसका उपयोग किया जाये। यह कार्य नगर निगम या जिला प्रशासन के साथ आमजन की सक्रिय भागीदारी एवं स्वप्रेरणा पर निर्भर है। उन्होंने कहा कि देश में प्रतिवर्ष 5 लाख बच्चों की असामयिक मौत होती है। उसमें प्रमुख कारण खुले में शौच जाने से घरों में आने वाली गन्दगी एवं पानी में घुलने वाली गन्दगी पानी जाती है। उन्होंने कहा कि नगर निगम शौचालय निर्माण करने वाली परिवारों को त्वरित गति से अनुदान राशि का भुगतान कर रहा है। सभी परिवार योजना का लाभ लेकर समाज के मान-सम्मान व कोटा को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए स्वप्रेरित होकर कार्य करें।
कार्यक्रम में वार्ड में शौचालय का निर्माण करने वाले परिवारों के मुखियाओं का अतिथियों द्वारा तिलक लगाकर सम्मान किया गया। सर्वे में वार्ड में 258 परिवारों के शौचालय का निर्माण कराया जाना शेष था। जिसमें 58 परिवारों को कार्यक्रम में शौचालय निर्माण की सूचना देने पर अनुदान राशि के चैक प्रदान किये गये। इस अवसर पर उपायुक्त विज्ञान नगर राजेश डागा, अधीक्षण अभियंता एवं कार्यवाहक उपायुक्त रामपुरा प्र्रेमशंकर शर्मा, अधिशाषी अभियंता महेश शर्मा, हेमलता गांधी, सेन्टर फॉर एडवोकेसी एवं रिसर्च के मनोज एवं निधि ने भी खुले में शौच से होने वाली दुष्परिणामों के बारे में जानकारी देकर शौचालय निर्माण का आह्वान किया।
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