लेटेस्ट टैक्नोलॉजी क्रायो थैरेपी से निकाली लंग्स न्यूरो इंटोक्राइन ट्यूमर की गांठ लेटेस्ट टैक्नोलॉजी क्रायो थैरेपी से निकाली लंग्स न्यूरो इंटोक्राइन ट्यूमर की गांठ
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19 Mar 18
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जिस जटिल बीमारी न्यूरो इंटोक्राइन ट्यूमर का दिल्ली-मुंबई और विदेश में इलाज संभव है, उसी बीमारी से ग्रसित एक मरीज का शहर के डॉक्टरों ने सफल इलाज किया है। बीमारी न्यूरो इंटोक्राइन ट्यूमर है, जो फिल्म अभिनेता इरफान खान को है। हालांकि इस मरीज के यह बीमारी लंग्स (फेफड़े) में थी, जबकि इरफान खान ने बीमारी शरीर में किस जगह है, इसका खुलासा नहीं किया है। बीमारी का इलाज आंच हॉस्पिटल के डायरेक्टर और चेस्ट स्पेशलिस्ट डॉ. एम.के. गुप्ता ने अत्याधुनिक क्रायोथैरेपी तकनीक से फेफड़ों से न्यूरो इंटोक्राइन ट्यूमर की गांठ निकाली है।
गुप्ता ने बताया कि महिला मरीज की सीटी स्केन जांच कराई तो पता चला कि इसके बांये फेफड़ों के श्वांस नली में रुकावट है। पहले ब्रॉन्कोस्कॉपी से श्वांस नली की जांच की फिर बायोप्सी ली गई। बायोप्सी से पता चला कि बीमारी का कारण न्यूरो इंटोक्राइन ट्यूमर है। हॉस्पिटल की टीम ने क्रायोथैरेपी से यह ट्यूमर निकाल दिया। अब मरीज पूरी तरह ठीक है। न्यूरो इंटोक्राइन ट्यूमर एक तरह का कैंसर होता है जो शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। अधिकतर यह ट्यूमर छोटी आंत, फेफड़ों की श्वांस नली में हो जाता है। इसका इलाज कीमोथैरेपी, रेडियोथैरेपी और सर्जरी के जरिए किया जाता है। इस तरह के ट्यूमर का यदि प्रारंभिक स्थिति में पता लग जाए तो संपूर्ण इलाज संभव है। ऑपरेशन टीम में डॉ.एम.के. गुप्ता, डॉ.पल्लवी टेरीवाल, डॉ.मुकेश चौधरी व डॉ. मुकेश सौकरिया शामिल थे।
आंच हॉस्पिटल के मरीज, जिसके लंग्स न्यूरो इंटोक्राइन ट्यूमर निकाला है।
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