अमेरिका ने रेल व विमानन क्षेत्र के आधुनिकीकरण में भारत के साथ सहयोग का वादा किया है। इसी के साथ अमेरिका ने एफएए की ओर से भारत की विमानन सुरक्षा रैंकिंग जल्द बहाल होने की उम्मीद भी जताई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जारी संयुक्त वक्तव्य में अन्य बातों के अलावा रेल और विमानन क्षेत्र में दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने का वादा किया गया है। रेल क्षेत्र में तकनीकी सहयोग की महत्ता को रेखांकित करते हुए वक्तव्य में कहा गया है कि इससे भारत में रेल ढांचे के विस्तार व आधुनिकीकरण में मदद मिलेगी। इस सिलसिले में अमेरिकी ट्रेड एंड डेवलपमेंट एजेंसी भारतीय रेल की लीजिंग और सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) संरचना को दुरुस्त करने में मदद करेगी। इसका मकसद भारतीय रेल की निजी निवेश आकर्षित करने की कोशिशों को कामयाबी दिलाना है।
वक्तव्य के अनुसार दोनों नेताओं ने नागरिक विमानन क्षेत्र में सार्वजनिक-निजी भागीदारी के तहत चल रहे जबरदस्त सहयोग की महत्ता को समझा है। इसीलिए अब वे इस क्षेत्र में उभरती नई प्रौद्योगिकी की पहचान करने और अपेक्षाकृत व्यापक वाणिज्यिक सहयोग के एजेंडे पर काम करने को राजी हुए हैं। इसके लिए अमेरिका-भारत विमानन सम्मेलन-2015 जैसे कार्यक्रमों का संयुक्त रूप से आयोजन किया जाएगा। इन सम्मेलनों में अमेरिका अपनी अत्याधुनिक अमेरिकी प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन करेगा।