कोटा (डॉ. प्रभात कुमार सिंघल)। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण निर्धन परिवारों के बच्चे जो मेडिकल एवं इंजीनियरिंग जैसी शिक्षा ग्रहण नहीं कर पाते हैं, राज्य सरकार कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत प्राप्त राशि से ऐसे परिवारों के बच्चों के सपनों को साकार करेगी। आयुक्त उद्योग विभाग एवं सचिव कॉरपोरेट सोशल रेसपोंसबिलिटी कुंजीलाल मीणा की अध्यक्षता में बुधवार को टैगोर सभागार में विभिन्न कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधियों एवं उद्यमियों के साथ आयोजित बैठक में ‘स्टूडेन्ट स्पोंसर प्रोग्राम‘ के संबंध में चर्चा की गई।
उन्होंने कहा कि सभी कंपनियों को बचत का 2 प्रतिशत सीएसआर में खर्च करना अनिवार्य है। हम सभी का दायित्व है कि समाज के पिछडे एवं आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के प्रतिभावान विद्यार्थियों को अध्यापन की सुविधाएं प्रदान करें। उन्होंने कहा कि वर्तमान में सभी कंपनियों द्वारा अलग-अलग क्षेत्रों में सीएसआर के तहत गतिविधियां आयोजित कर सामाजिक दायित्व पूरे किये जा रहे है। इसमें सभी संस्थान स्वप्रेरणा के साथ आगे आये। उन्होंने कोटा को शैक्षणिक नगरी के सभी कोचिंग संस्थानों को भी सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत निर्धन परिवारों के बच्चों को मेडिकल एवं इंजीनियरिंग की पढाई में भागीदारी निभाकर सपनों को साकार करने का आव्हान किया।
उन्होंने सभी कोचिंग संस्थानों से अध्ययनरत विद्यार्थियों एवं राजस्थान के मूल निवासी ऐसे विद्यार्थी जिनका मेडिकल एवं इंजीनियरिंग की पढाई के लिए चयनित हो गये उनकी सूची भिजवाने के निर्देश दिये। उन्होंने सभी कोचिंग संस्थानों, उद्यमियों, कंपनियों को राज्य सरकार के सीएसआर पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाकर प्रतिमाह सीएसआर में की जा रही गतिविधियों की सूचना भिजवाने को कहा।
जिला कलक्टर रोहित गुप्ता ने कहा कि कोचिंग संस्थान एवं उद्यमियों के लिए सामाजिक सरोकारों की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम है।
ऐसे मिलेगा लाभ
राजस्थान के मूल निवासी निर्धन परिवारों के विद्यार्थियों के लिए इस योजना का लाभ मिलेगा। इसमें विद्यार्थी को राज्य सरकार के सीएसआर पोर्टल पर जाकर अपनी जानकारी प्रेषित करनी होगी। सचिव सीएसआर द्वारा कंपनियों, विभिन्न संस्थाओं से सीएसआर राषि का वितरण कॉलेज/ कोचिंग संस्थानवार किया जाएगा। जिन विद्यार्थियों का चयन मेडिकल, इंजीनियरिंग के संस्थानों में हो जाएगा। उनकी फीस का पुर्नभरण भी सीएसआर मद से किया जा सकेगा। बैठक में महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र वाईएन माथुर, उपक्षेत्रीय प्रबंधक पर्यावरण विभाग अमित शर्मा, चम्बल फर्टिलाइजर के विषाल माथुर सहित सभी कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
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