कोटा कोटा में महामारी बने डेगू , स्वाइन फ्लू ओर अन्य बिमारियों के चलते हो रही मौतो का अगर कोई जिम्मैदार है तो वो है स्थानीय प्रशासन और यहॉ के जनप्रतिनिधी जिनकी संवेदनहीनता और लापरवाही के चलते कई घरो की चिराग बुझ गए और यह सिर्फ अस्पतालो के दौरे और बैठके करने में लगे रहे है यह आरोप है पूर्व मंत्री शांति धारीवाल का जिन्हौने बयान जारी कर डेगू बने महामारी पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि जिला प्रशासन की लापरवाही देखिए कि जब स्वास्थ्य विभाग को इस बात की जानकारी रहती है कि जुलाई माह से नवम्बर तक मौसमी बिमारियों केा प्रकोप रहता है तो फिर उन्हौने मई और जून के महीने से ही फोग्रिग सहित अन्य रोकथाम के इंतजाम क्यौे नही किए क्यों शहरी और गा्रमीण क्षेत्र की जनता को मौत के मुॅह में धकेला गया।
जनप्रतिनिधीयो की रोकथाम में रही संवदनहीनता बनी मौतों की वजह ,
पूर्व मंत्री धारीवाल ने मौसमी बिमारियो की रोकथाम में नाकाम रहे जिला प्रशासन की कार्यशैली पर तो सवाल खडे किए ही साथ ही उन्हौने आरोप लगाते हुए कहा कि सासंद से लेकर विधायक और अन्य जनप्रतिनिधीयो ने जानकारी होने के बावजूद कि फोग्रिग मशाीनो की तादाद नाकाफी है न तो सासंद ने और न ही किसी विधायको ने अपने कोष से फाग्रिग मशीने मुहैया करवाने की पहल की इसी का नजीता रहा कि दो दर्जन फोग्रिग मशीनो से स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम लाखो की जनता को झूठ के फोग्रिग से उनकी जान जोखिम में डालता रहा और आज भी वही कर रहा है।
विशेषज्ञों के सुझावो को किया नजरअंदाज
शहर के चिकित्सको और समाज सेवको ने बकायदा जिलाप्रशासन को पत्र लिख कर सुझाव दिए थे कि स्कूलो के प्राचार्यो को आदेश जारी किया जाए कि बच्चों को मच्छरो से बचाव के लिए उपयुक्त कपडे पहनाकर बुलाया जाए लेकिन उसको भी जिला प्रशासन ने नजरअदंाज किया ओर इसका नतीजा है कि आज स्कूली बच्चें भी डेगू जेसी घातक बीमारी से ग्रस्त है धारीवाल ने सरकार को मौत का जिम्मैदार बताते हुए कहा है कि सरकार की उदसीनता ओर संवेदनहीनता कितनी है इसकी पुष्टि चिकित्सा मंत्री भी पिछले दिनो कर चुके है यह बयान देकर कि मुझे जानकारी नही है कि कोटा में मौसमी बिमारियों से इतनी मौते हो चुकी है । पूर्व मंत्री धारीवाल ने सरकार को चेतावनी दी है कि मौसमी बिमारियो की रोकथाम के लिए उचित कदम उठाए अन्यथा कांग्रेस पार्टी जनता की आवाज बनकर सडको पर उतरेगी। - शांति धारीवाल
Source :