ब्रिक्स देशों के आपदामंत्रियों ने राजस्थान में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान की बदौलत आए बदलाव को प्राकृतिक आपदाओं से निपटने और जल संरक्षण के क्षेत्र में ऎतिहासिक कदम बताया है और इसे राजस्थान के बहुआयामी विकास की दिशा में अनुकरणीय कदम बताते हुए कहा - वण्डरफुल। प्रदर्शनी का अवलोकन केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री श्री किरेन रिजिजू सहित इन देशों के मंत्रियों व विशिष्ट जनों ने किया।
ब्रिक्स देशों ब्राजील, रशिया, भारत, चाईना एवं दक्षिण अफ्रीका के आपदा प्रबन्धन मंत्रियों के दो दिवसीय सम्मेलन अवसर पर लगाई गई प्रदर्शनी को देख कर यह उद्गार व्यक्त किए। इस प्रदर्शन का आयोजन राजस्थान सरकार के जल ग्रहण क्षेत्र विकास विभाग की ओर से किया गया है।
अपनी तरह की इस अनूठी और डिजिटल प्रदर्शनी में राजस्थान के मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान की आशातीत उपलब्धियों को दर्शाने वाली सामग्री को देख कर ब्रिक्स देशों के मंत्री और उनके साथ आए वरिष्ठ अधिकारी एवं तकनीकी विशेषज्ञ बेहद अभिभूत हो उठे।
मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के अधिकारियों ने जब इन संभागियों को बताया कि राजस्थान में अभियान के प्रथम चरण में करीब 94 हजार जल संरचनाओं का निर्माण कर जल संरक्षण की ठोस बुनियाद रखी गई है। अगले दो वर्षों में प्रदेश के 4 हजार ग्राम पंचायतों में जल संरक्षण कार्य प्रस्तावित है।
इन सभी ने इसके लिए प्रदेश की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने की तारीफ की और कहा कि पानी की समस्या और प्रायः सूखे व अकाल की विभीषिका से जूझते रहने वाले राजस्थान प्रदेश की तस्वीर बदल डालने की आशातीत सफलताओं भरे अभियान के बेहतर क्रियान्वयन को विकास की दिशा में स्वर्णिम अध्याय बताया।
दक्षिण अफ्रीका के सहकारी शासन एवं परंपरागत मामले विभागीय मंत्री श्री डेस वेन रोयीन ने इस प्रदर्शनी को प्रेरक बताया और कहा कि जल संरक्षण के क्षेत्र में राजस्थान का यह प्रयास सराहनीय है। इसके लिए मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान की तारीफ की जानी चाहिए। उन्होंने एक-एक डिस्प्ले बोर्ड और स्क्रीन पर चल रहे दृश्यों को देखा और प्रसन्नता जाहिर की।
राजस्थान के गृह, आपदा प्रबन्धन एवं राहत मंत्री श्री गुलाबचन्द कटारिया, केन्द्रीय गृह सचिव श्री राजीव महर्षि, राजस्थान के राजस्व, आपदा प्रबन्धन एवं राहत सचिव श्री रोहित कुमार, संभागीय आयुक्त श्री भवानीसिंह देथा, जिला कलक्टर श्री रोहित गुप्ता, जिला पुलिस अधीक्षक श्री राजेन्द्रप्रसाद गोयल आदि ने भी प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
जल ग्रहण विकास विभाग के अधीक्षण अभियन्ता आर.के. अग्रवाल और मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान से जुड़े अधिकारियों एवं अभियन्तों ने सम्मेलन के संभागियों को प्रदर्शनी में प्रदर्शित विषय वस्तु से परिचित कराया और जिज्ञासाओं का शमन किया।
प्रदर्शनी में कम्प्यूटराईज्ड़ स्क्रीन पर चीनी, रशियन, अंग्रेजी और हिन्दी भाषा में सम्पूर्ण जानकारी प्रदर्शित करने के साथ ही इन भाषाओं में संभागियों मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के बारे में रंगीन चित्रों सहित जानकारी भरा साहित्य भी उपलब्ध कराया गया।
इनमें राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के अन्तर्गत बनी जल संरचनाओं की पूर्व की स्थिति और बाद की स्थिति में जल भराव के बारे में रंगीन चित्रों को प्रदर्शित किया गया। अभियान के अन्तर्गत छह माह में आए बदलाव को देखकर सभी अतिथि मुग्ध हो उठे और उन्होंने आश्चर्य जाहिर किया। केन्द्र सरकार के अधिकारियों ने भी प्रदर्शनी को देखा तथा इसकी सराहना की।
प्रदर्शनी में राजस्थान में जल संरक्षण के लिए मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के अन्तर्गत ‘रिज टू वेली’ सिस्टम पर आधारित अत्याधुनिक मॉडल विदेशी मेहमानों के लिए आकर्षण का केन्द्र रहा।
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